मीठापुर से करबिगहिया रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली 1.5 किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर का निर्माण कार्य पिछले 8 साल से चल रहा है. पुल निर्माण का 80 फ़ीसदी हिस्सा बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन 80 फ़ीसदी तैयार होने के बाद फूल के डिजाइन में बदलाव कर दिया गया. जिससे बाकी काम लगभग 1 वर्षों से फंसा है. पुल निर्माण को लेकर जो राशि स्वीकृत की गई थी, वह शुरुआती समय में 102 करोड़ था, लेकिन अब उनके डिजाइन को बदले जाने के बाद इसकी राशि 267 करोड़ हो गई है. यानी अब 165 करोड़ अतिरिक्त खर्च किए जाएंगे. हालांकि इसमें जमीन अधिग्रहण अलग से है, उसका मुआवजा सरकार अलग से देगी.
8 साल में 80 प्रतिशत हुआ काम
पुल निर्माण निगम ने बड़ी राशि को स्वीकृत करने के लिए विभाग को फाइल भेज दिया है, लेकिन राशि नहीं मिलने की वजह से लंबे समय से पुल का कार्य बाधित है. पुल निर्माण कार्य को देखने वाले साइट इंचार्ज का कहना है कि पुल निर्माण में देरी के पीछे की वजह जमीन अधिग्रहण है. साथ ही नए डिजाइन को लेकर अभी तक उन्हें जानकारी नहीं है, लेकिन पाइलिंग का काम जैसे पूरा होगा, वैसे नए डिजाइन हम लोगों के पास उपलब्ध होगी.
फ्लाईओवर की लागत 165 करोड़ बढ़ गई
जिसके बाद काम आगे बढ़ेगा और काम पूरा होने का तय समय सीमा की जानकारी उन्हें नहीं है. सरकार के पास संबंधित विभाग के पास इसकी जानकारी भेज दी गई है. पहले डिजाइन की टेक्निकल स्वीकृति मिलने में देरी हुई और जब वह राशि मिली तो विभाग में फाइल पड़ी है. जैसे ही सरकार की तरफ से कोई जानकारी उपलब्ध कराई जाती है. इस कार्य को एक बार फिर से शुरू किया जाएगा.
HIGHLIGHTS
- 8 साल में 80 प्रतिशत हुआ काम
- बदला फ्लाईओवर का डिजाइन
- फ्लाईओवर की लागत 165 करोड़ बढ़ी
Source : News State Bihar Jharkhand