बिहार में अब होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमितों के घरों तक सरकार खाना पहुंचाएगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रोहतास मॉडल को पूरे राज्य में लागू करने के निर्देश दिए हैं. रोहतास जिलाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार की इस पहल की मुख्यमंत्री ने सराहना की है और इसे राज्य में लागू करने की बात कही है. रोहतास में घरों में संक्रमित लोगों को खाना पहुंचाया जा रहा है. रोहतास के जिलाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा जब सभी जिलों के जरूरतमंदों को खाना उपलब्ध कराने के लिए सामुदायिक रसोई (कम्यूनिटी किचन) खोलने के निर्देश दिए गए, तभी से रोहतास जिले में सामुदायिक किचन चलाया जा रहा है.
कुमार ने बताया कि लॉकडाउन में मरीजों के परिजनों या घर में रहने वाले संक्रमितों को भोजन की दिक्कत हो रही थी, इसी को देखते हुए कोविड हेल्थ सेंटर के पास ही एक सामुदायिक रसोई खोली गई तथा एक व्हॉटसएप नंबर सार्वजनिक कर दिया, जिसमें लोग खाना 'ऑन डिमांड' घर पर मंगवा सकते हैं. उन्होंने कहा कि प्रारंभ में इसकी शुरुआत सासाराम शहर से की गई, बाद में इसकी सफलता को देखते हुए सभी निकायों में ऐसे ही एक-एक व्हॉटसएप नंबर सार्वजनिक कर दिए गए, जहां 'ऑन डिमांड' खाना पहुंचाया जा रहा है
उन्होंने बताया कि संक्रमित परिवारों के खाने की मांग के बाद रसोईयां खाना बनाने के बाद पैककर उन तक पहुंचाता है. उन्होंने बताया कि रसोईए को एड्रेस के मुताबिक सभी घरों की पहचान जब मुश्किल हो रही थी, तब इस काम के लिए कुछ युवकों को जोड़ा गया. गांव में इसे प्रारंभ करने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'गांव के लोग अधिक संवेदनशील होते हैं. लोग वहां किसी भी मरीज को खाना देते हैं. फिर भी प्रखंडों में भी नंबर सार्वजनिक किए गए हैं.' उन्होंने बताया कि जिले में फिलहाल 27 सामुदायिक किचन चलाए जा रहे हैं, जहां जरूरतमंदों को दोनों समय का भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि सोमवार को मुख्यमंत्री वर्चुअल टूर के जरिए राज्य के विभिन्न जिलों में चलने वाले सामुदायिक रसोई का निरीक्षण किया था. इस क्रम में सासाराम सामुदायिक रसोई केंद्र की लाभार्थी रूचि भारद्वाज ने मुख्यमंत्री को बताया, 'घर पर ही फोन के माध्यम से यहां से खाना हम लोगों को पहुंच जाता है. हमारे घर परिवार के लोग कोरोना संक्रमित हैं और होम आइसोलेशन में हैं, उनको यहां से ही खाना मिल जाता है, जिससे हमें बहुत राहत मिली है. इसके लिये हम आपको धन्यवाद देते हैं.'
इसी केंद्र के लाभार्थी विशाल देव ने बताया कि हम यहीं पर दोनों टाइम खाना खाते हैं. खाने की बहुत अच्छी व्यवस्था है. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रोहतास जिले में चलाई जा रही सामुदायिक रसोई की तारीफ की और सभी केंद्रों पर आने वाले बच्चे-बच्चियों को दूध की भी व्यवस्था कराने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों और जरूरतमंदों को भी होम डिलेवरी के माध्यम से भोजन की व्यवस्था कराने के भी निर्देश दिए.
HIGHLIGHTS
- रोहतास जिले का मॉडल पूरे बिहार में लागू
- दोनों टाइम घरों तक पहुंचाया जाएगा खाना
- होम आइसोलेशन के मरीजों को राहत