बगहा में हलवा खाने के बाद एक ही गांव के 20 बच्चे बीमार हो गए हैं. बीमार बच्चों को आनन-फानन में बगहा अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कई बच्चों की स्थिति नाजुक बनी हुई है. बताया जाता है कि भैरोगंज थाना क्षेत्र के खेसरिया टोला में फेरीवाले से हलवा खरीद कर जितने बच्चे खाए थे उनकी स्थिति धीरे-धीरे नाजुक बन गई. फिलहाल करीब 20 बच्चों को बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. वहीं, गांव के अन्य कई बच्चे भी धीरे-धीरे बीमार हो रहे हैं. घटना के बाद गांव में आक्रोश का माहौल है.
दुकानदार के एक पोता भी हुआ बीमार
दुकानदार रविंद्र चौधरी ने प्रतिदिन की भांति मंगलवार की सुबह हलवा बनाकर अपनी दुकान पर रख दिया. रोज की तरह बच्चे हलवा खरीद कर खाकर खेलने में मशगूल हो गए. तभी कुछ बच्चों को उल्टियां शुरू हो गई. देखते ही देखते या बीमारी तकरीबन 20 बच्चों में शुरू हो गई. इसमें दुकानदार रविंद्र का पोता भी शामिल है.
डॉक्टर ने बोला विषाक्त भोजन नहीं फूड प्वाइजनिंग
डॉक्टर एके तिवारी ने बताया कि जिन बच्चों ने भोजन किया था, वो विषाक्त भोजन नहीं था. हलवे में छिपकली या किसी जीव की गिरने की संभावना ना के बराबर है. बच्चों के लक्षण देखकर लग रहा है की फूड प्वाइजनिंग हुई है. फिलहाल बच्चे खतरे से बाहर है. सभी बच्चों को डॉक्टरों की टीम के द्वारा लगातार मॉनिटरिंग कराई जा रही है.
यह बच्चे हुए बीमार
किरण कुमारी दो साल पिता प्रेम कुमार, संजना चार साल, पिता झुन्नू पटेल, सुहानी कुमारी छह साल पिता झुंना पटेल, निशा आठ साल पिता छोटक साह, सागनी कुमारी तीन साल पिता ओम प्रकाश राय, नेहा 13 साल पिता अमरेश साह, रूपेश तीन साल पिता रामपुकार शर्मा, रोहन शर्मा चार साल पिता, रामपुकार शर्मा, इरफान बैठा छह साल पिता सलाउद्दीन बैठा, अरविंद कुमार एक साल पितारमजान शर्मा, कुंदन कुमार चार साल पिता रमजान शर्मा, निरंजन दस साल पिता हीरा लाल चौधरी आदि शामिल है.
Source : News Nation Bureau