बिहार की राजधानी पटना में 4 पुलिसकर्मियों को जेल की हवा खानी पड़ी है. इन पुलिसकर्मियों पर अवैध वसूली का आरोप लगा था. निलंबित किए गए सभी पुलिसकर्मी बेउर थाने के हैं. इतना ही नहीं बेउर थाने के थानाध्यक्ष को भी लाइन हाजिर कर दिया गया है. ये कार्रवाई पटना एसएसपी राजीव मिश्रा के निर्देश पर की गई है. गिरफ्तार किये गए आरोपी पुलिसकर्मियों में महिला दारोगा भी शामिल है. इस मामले के सामने आ जाने से पूरे जिले के पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है और चारों तरफ इसकी चर्चा हो रही है.
जानकारी के मुताबिक, 26 सितंबर 2023 की रात सिपारा पुल के पास दो लोगों से आरोपी पुलिसकर्मियों द्वारा जबरन 15-15 हजार रुपये ट्रांजिक्शन कराने का आरोप बेऊर थाना की गश्ती पार्टी पर लगा था और पीड़ितों के द्वारा मामले की शिकायत एसएसपी से की गई थी. गश्ती दल की मुखिया एसआई अंजनी कुमारी थीं और उनके साथ हवलदार भिखारी कुमार, गृह रक्षक सुबोध कुमार, थाने के निजी चालक वीरेंद्र कुमार और गृह रक्षक सुमन कुमार भी थे. इन लोगों पर 30 हजार रुपये की अवैध वसूली करने और फर्जी केस में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगा था.
मामले को लेकर सिटी एसपी वैभव शर्मा द्वारा बताया गया कि फर्जी कांड में फंसाने का भय दिखाकर उक्त पुलिसकर्मियों द्वारा 2 लोगों से अवैध ट्रांजेक्शन कराया गया था. मामले में आरोपी चार पुलिसकर्मियों को तो गिरफ्तार कर लिया गया और साथ ही बेऊर थानाध्यक्ष को भी इस आधार पर लाइनहाजिर किया गया है कि थाना स्तर पर अगर कोई गलती होती है तो उसकी नैतिक जिम्मेदारी थानाध्यक्ष की होती है. थानाध्यक्ष के भूमिका की भी जांच की जा रही है.
इस मामले में एक आरोपी गृहरक्षक सुमन कुमार फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. आरोपी सुमन की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि घटना की जांच के लिए घटनास्थल पर लगे CCTV कैमरे की जांच की गई तो अवैध वसूली का मामला सही मिला जिसके बाद आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं, फरार होमगार्ड जवान की तलाश में छापेमारी की जा रही है.
HIGHLIGHTS
- बेउर थाने के 4 पुलिसकर्मी गिरफ्तार
- एसएसपी के आदेश पर की गई कार्रवाई
- रिश्वत लेते CCTV में कैद हुए थे आरोपी पुलिसकर्मी
- अभी भी एक होमगार्ड चल रहा है फरार
Source : News State Bihar Jharkhand