गलवान घाटी हिंसा में शहीद जवान जय किशोर सिंह के पिता राज कपूर सिंह को गुरुवार को जमानत दे दी गई है. केस की पैरवी कर रहे एडवोकेट जयप्रकाश मोहन ने जानकारी देते हुए बताया कि हाजीपुर व्यवहार न्यायालय ने उन्हें बेल दी है. एडीजे 3 नवीन कुमार ठाकुर की अदालत में 10, 10 हजार के 2 मुचलकों पर जमानत दी है. वहीं, गलवान शहीद के पिता की गिरफ्तारी मामले में सीआईडी के कमजोर वर्ग प्रभाग ने जांच शुरू कर दी है. इस विशेष टीम का नेतृत्व अपर पुलिस अधीक्षक मदन आनंद कर रहे हैं. उनके साथ दो पुलिस निरीक्षक भी जांच टीम में है. जांच टीम को घटना के अनुसंधान के साथ सभी बिंदुओं और प्रकरण की जांच कर विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा गया है. इस रिपोर्ट के आधार पर यदि कोई भी पुलिस पदाधिकारी दोषी पाया जाएगा तो उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी.
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क्या है पूरा मामला
दरअसल, गलवान शहीद वैशाली के जन्दाहा के चकफतह गांव के रहने वाले थे. उनकी शहादत के बाद परिवार के लोग गांव में अपने बेटे की प्रतिमा लगाना चाहते थे, लेकिन जिस जमीन पर शहीद की प्रतिमा लगाई जानी थी, उस जमीन पर किसी हरीनाथ राम नाम के एक शख्स ने अपनी जमीन बता दी. जिसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि आरोपी अपने बेटे का स्मारक उनकी जमीन पर अवैध रूप से करवा रहे थे. जिसके बाद खबरें ये आईं कि बिहार रेजीमेंट के शहीद जवान के पिता को पुलिस ने घसीटा और पीटा. हालांकि एसपी ने इन खबरों को खारिज कर दिया. बहरहाल, अब ये मुद्दा सड़क से सदन तक पहुंच चुका है और विपक्ष इसे लेकर सत्ता पक्ष पर हमलावर है.वहीं, हरीनाथ राम ने अंचलाधिकारी को आवेदन देकर जमीन को अपनी जमीन बताया और इसी आवेदन पर जन्दाहा थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया.
जमीन विवाद को लेकर पुलिस ने शहीद के पिता के खिलाफ रंगदारी, एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया और आधी रात शहीद के घर पहुंचकर पहले उनके पिता के साथ मारपीट की और फिर उन्हें अरेस्ट कर लिया. मामला इतना बढ़ गया कि यह सदन तक जा पहुंचा.
विधानसभा में उठा था मुद्दा
आपको बात दें कि बुधवार को BJP ने गलवान घाटी में शहीद हुए जवान के पिता की गिरफ्तारी को लेकर सदन में सरकार को जमकर घेरा था. इस दौरान बीजेपी ने सदन के अंदर और बाहर विरोध प्रदर्शन किया था. वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले में जांच के आदेश दिए थे.
राजनाथ सिंह ने जताई थी नराजगी
बता दें कि इस मामले में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीएम नीतीश कुमार को फोन कर नराजगी जताई थी और जांच कराने को कहा था. जिसके बाद सीएम ने रक्षा मंत्री को मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया है. सदन में भी सीएम ने फोन कॉल की बात की जिक्र करते हुए कहा था कि हाजीपुर शहीद वाली खबर पर सुबह ही रक्षामंत्री राजनाथ जी का फोन आया था. उनसे बात हुई है, हमने कह दिया है घटना की जानकारी मिली है. हम जांच करा रहे हैं. जो गलत होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.
HIGHLIGHTS
- गलवान शहीद के पिता को मिली जमानत
- विधानसभा में उठा था मु्द्दा
- राजनाथ सिंह ने जताई थी नराजगी
Source : News State Bihar Jharkhand