बिहार के गोपालगंज स्थित मांझा प्रखंड की शेखपरसा पंचायत से बिजली विभाग की दबंगई का मामला सामने आया है. यहां स्मार्ट मीटर लगाने का उपभोक्ताओं ने विरोध किया तो नाराज होकर विभाग ने उनके कनेक्शन काट दिये. मामला मिश्रवलिया गांव के वार्ड 2 स्थित अनुसूचित बस्ती का है, जहां स्मार्ट मीटर न लगाने पर बिजली विभाग की उपभोक्ताओं से जमकर बहस हुई. इसके बाद विभाग के कर्मियों ने उनका बिजली का कनेक्शन काट दिया, जिससे लोगों के घरों में अंधेरा पसर गया.
गौरतलब है कि गुरुवार की शाम मिश्रवलिया गांव के वार्ड 2 की अनुसूचित बस्ती में बिजली विभाग के कर्मी स्मार्ट मीटर लगाने पहुंचे थे. उसी वक्त उपभोक्ताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया और कर्मियों को रोकने लगे. इधर, उपभोक्ताओं ने विभाग के कर्मियों पर धमकाने का आरोप लगाया है.
पुराने मीटर को जबरन उखाड़ फेंका
इस बहस के चलते बिजली विभाग के कर्मियों ने उपभोक्ताओं का कनेक्शन काट दिया तथा पूर्व से लगे मीटर भी उखाड़ दिये. इससे उपभोक्ता गुस्से में आ गए और शुक्रवार को बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन पर उतर आए. उपभोक्ताओं ने जिलाधिकारी को इस मामले पर एक आवेदन सौंपा है. इस संबंध में कनीय अभियंता पंकज कुमार ठाकुर ने बताया कि मिश्रवलिया गांव में स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा था. इस दौरान सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने को लेकर कनेक्शन काटे गये हैं.
अनियमित बिजली कटौती से हो रही परेशानी
बता दें कि बीते तीन दिनों से अनियमित बिजली कटौती ने विजयीपुर के उपभोक्ताओं की नाक में दम कर रखा है. शुक्रवार की सुबह साढ़े सात बजे से साढ़े दस, बार-बार बिजली काटी गई है. तीन दिनों से शाम साढे चार बजे से करीब साढे नौ बजे तक लगातार कटौती जारी है. इस तरह बीच-बीच में बिजली कटौती से किसान से लेकर दुकानदार, सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थानों में कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है.
प्रखंड मुख्यालय में आरटीपीएस से लेकर अन्य विभागों के कर्मी दिन दिनभर कंप्यूटर के सामने बैठकर बिजली आने का इंतजार कर रहे हैं. इस विषय में विद्युत उपकेंद्र के कनीय अभियंता अमीत कुमार ने बताया कि शुक्रवार की सुबह जगदीशपुर फीडर से बिजली कटौती की गई, क्योंकि कवलाचक, खिरीडीह सहित तीन गांवों में ब्रेकडाउन लिया गया. वहां तकनीकी खराबी को दुरुस्त किया जा रहा था. शाम को तीन दिन से हथुआ पावर सबस्टेशन में ट्रांसफार्मर को बदला जा रहा है.