गोपालगंज के एक छोटे से गांव काकड़कुंड के रहने वाले मुकेश कुमार ने इंडिया-ए टीम में जगह बना ली है. मुकेश का चयन इंडिया-ए-टीम में हुआ है. मुकेश कुमार क्रिकेट टीम में बतौर तेज गेंदबाज के रूप में खेलेंगे. मुकेश के चयन होने से जिलावासियों में खुशी की लहर है. काकड़कुंड गांव के रहनेवाले मुकेश कुमार एक साधार परिवार के ताल्लुख रखते हैं. पिता स्व. काशीनाथ सिंह कोलकाता में ऑटो चलाते थे तो माता गृहणी हैं. मुकेश कुमार गांव में मोहल्लों के बच्चों के साथ क्रिकेट खेलते-खिलते आज इस मुकाम पर पहुंच गए हैं. मुकेश कुमार के इंडिया-ए टीम में चयन होने की खबर मिलते ही परिजनों में खुशी है.
इसके अलावा जिलावासियों और क्रिकेट प्रेमी बिहार के लिए गौरव मानकर बधाई दे रहे हैं कि आज गांव से निकलकर इंडिया-ए टीम में शामिल होकर पहला मैच न्यूजीलैंड-ए के खिलाफ खेलने के लिए जा रहे हैं. मुकेश कुमार मोहल्ले के बच्चों के साथ गांव में क्रिकेट खेलते थे. अब इंडिया-ए टीम से इंडिया टीम में शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है. तेज गेंदबाज से चर्चा में आए थे मुकेश, मुकेश कुमार पहली बार गोपालगंज में प्रतिभा की तलाश में अपनी गेंदबाजी का दम दिखाकर चर्चा में आए.
उस प्रतियोगिता में सात मैच में एक हैट्रिक सहित 34 विकेट लिया और तब गोपालगंज क्रिकेट टीम के सीनियर खिलाड़ी सत्य प्रकाश नरोत्तम और उस समय के हेमन ट्रॉफी के जिला क्रिकेट टीम के कप्तान अमित सिंह की नजर पड़ी और वे जिला टीम में आ गए. उसके बाद स्टीयरिंग कमिटी का अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट में मुकेश ने बिहार का प्रतिनिधित्व किया, लेकिन दुर्भाग्यवश बिहार में क्रिकेट की मान्यता नहीं होने के कारण उन्होंने बंगाल का रुख किया और वहां से कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. मुकेश रणजी ट्रॉफी के लगातार दो सीजन में 30 से ज्यादा विकेट लेकर चयनकर्ताओं के नजर में आ गए और इंडिया-ए टीम में चयन हो गए.
पिछले साथ पिता का हुआ था निधन
मुकेश के पिता काशीनाथ सिंह का पिछले साल निधन हो गया. बीमारी की वजह से पिता के निधन होने के बाद मुकेश टूट गए. फिर भी क्रिकेट की प्रैक्टिस को नहीं छोड़ा और लगातार प्रैक्टिस जारी रखा. आज मुकेश की सफलता पर परिवार के अलावा क्रिकेट प्रेमी काफी खुश हैं. जीडीसीए अध्यक्ष टुन्ना गिरी, सचिव कुमार वंश गिरी के साथ पूर्व खिलाड़ी अमित सिंह और क्रिकेट प्रेमियों ने काफी हर्ष वयक्त किया.
मुकेश के घर के किसी भी सदस्य से बात करने पर एक तरफ जहां खुशी देखी गई. वहीं पर बात करते-करते सभी भावुक हो गए. चूंकि मुकेश के पिता के निधन हो जाने की कमी सब लोगों को खल रही है. सब लोग एक ही बात करते हुए नजर आए कि आज अगर मुकेश के पिता होते तो खुशी में चार चांद लग जाता है. मुकेश के चार बहन और यह दो भाई हैं. मुकेश छोटा भाई है, जब भी बड़ा भाई रंजीत कुमार दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं. वहीं चारों बहनों की शादी हो गई है.
Source : News Nation Bureau