विश्व स्तर पर भोजपुरी का नाम रोशन करने वाले सुप्रसिद्ध साहित्यकार मनोज भावुक को बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने जलालपुर प्रखंड के हरपुर शिवालय, सारण (छपरा) में हुए एक कार्यक्रम में '' राज्य गौरव सम्मान " से सम्मानित किया. महामहिम ने मनोज भावुक को अंग वस्त्र, स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने भोजपुरी फ़िल्म, साहित्य और वैश्विक स्तर पर भोजपुरी के प्रचार-प्रसार में मनोज भावुक के किये गए योगदान से राज्यपाल महोदय को अवगत कराया.
भोजपुरी भाषा को लेकर लगातार कर रहे काम
मनोज भावुक एक प्रख्यात साहित्यकार, संपादक, सुप्रसिद्ध कवि एवं टीवी पत्रकार हैं. लगभग एक दशक तक अफ्रीका एवं यूके में बतौर इंजिनियर सेवा देने के बाद मनोज पूरी तरह मीडिया से जुड़ गए और भोजपुरी के लगभग सभी टेलीविजन चैनलों समेत में वरिष्ठ पदों पर काम किया. कई पुस्तकों के प्रणेता हैं, टीवी एंकर और अंतरराष्ट्रीय मंच संचालक हैं. कई फिल्मों और धारावाहिकों में अभिनय भी किया है. मनोज भावुक भोजपुरी भाषा को लेकर लगातार काम कर रहे हैं.
अनेक देशों की यात्रा की है
मनोज भावुक को शुरू से ही अभिनय, संचालन एवं पटकथा में रूचि रही है. भोजपुरी भाषा को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने कई देशों की यात्रा की है. भोजपुरी के विकास के लिए उन्होंने कई काम किए हैं. उनका सपना था कि भोजपुरी को जन जन तक पहुंचाया जाये. हर कोई इसकी महत्वा को जान सकें और उनका ये सपना आज पूरा हुआ है. आपको बता दें कि मनोज भावुक सिवान जिले के कौसड़ गांव के रहने वाले हैं.
HIGHLIGHTS
- बिहार के लाल को राज्यपाल ने किया सम्मानित
- भोजपुरी भाषा को लेकर लगातार कर रहे काम
- अनेक देशों की यात्रा की है
- भोजपुरी के विकास के लिए उन्होंने कई काम किए
Source : Manish Kumar Singh