विपक्ष की दूसरी बैठक बेंगलुरु में संपन्न हो गई और इस बैठक में नए गठबंधन का नाम भी निकल कर सामने आ गया है, लेकिन प्रधानमंत्री पद के नाम पर अभी भी महागठबंधन ने पत्ते नहीं खोले हैं. जिसे लेकर बिहार की राजनीति गरमा गई है. बीजेपी नेता प्रेम रंजन पटेल का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुकाबले के लिए विपक्ष में कुवैत ही नहीं है. ऐसा कोई चेहरा ही नहीं है जो पीएम मोदी के सामने टिक सके. यही नहीं प्रेम रंजन पटेल का तो दावा ही जहां तक है कि अगर विपक्ष ने जिस दिन में प्रधानमंत्री पद के दावेदार के नाम की घोषणा कर दी उसी दिन विपक्षी कुनबा बिखर जाएगा. क्योंकि विपक्षी खेमे के प्रत्येक व्यक्ति की यही चाहत है कि वो प्रधानमंत्री बने.
कांग्रेस ने किया पलटवार
बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद ने प्रतिक्रिया दी है और उनका कहना है कि बीजेपी को रोकने के लिए पहले सभी दलों को एकजुट होने की जरूरत है. शकील अहमद ने तो यहां तक दावा कर दिया है कि अपोजिशन के महाजुटान की वजह से बीजेपी सकते में है और यही कारण है कि लंबे अरसे के बाद उसने एनडीए की मीटिंग बुलाई है. शकील अहमद का कहना है कि बीजेपी पहले कहती थी कि अपोजिशन मूर्त रूप ले ही नहीं सकता है, लेकिन अपोजिशन की पहली बैठक पटना में हुई दूसरी बैठक बंगलुरु में हुई और अब इसका नामकरण भी हो गया है. जिसको लेकर अब बीजेपी हताश और निराश हो चुकी है और बीजेपी को भी अब एहसास हो चुका है इस साल 2024 में वह सत्ता से बाहर होगी.
आरजेडी ने बीजेपी को घेरा
कुछ ऐसा ही मानना है आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव का उनका कहना है कि भ्रष्टाचार महंगाई बेरोजगारी से देश की जनता त्राहिमाम कर रही है और वह अपोजिशन की तरफ से काफी उम्मीद है. देश की जनता कैसे भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता से उखाड़ फेंकना चाहती है और यही कारण है कि नरेंद्र मोदी हताश हो चुके हैं और प्रधानमंत्री पद के नाम पर बीजेपी बेवजह की राजनीति कर रही है. अपोजिशन की पहली कोशिश यह है कि बीजेपी को कैसे सत्ता से उखाड़ आ जाए प्रधानमंत्री पद की घोषणा उसके बाद आसानी से हो जाएगी.
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जेडीयू के लिए कुर्सी महत्वपूर्ण नहीं
कुछ यही बात कहना है जेडीयू प्रवक्ता भारती मेहता का भी कहना है कि अपोजिशन की पहली कोशिश यही है कि 2024 में नरेंद्र मोदी सरकार को सत्ता से बाहर किया जाए हमारे लिए कुर्सी महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि नरेंद्र मोदी को सत्ता से उखाड़ फेंकना महत्वपूर्ण है. प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा यह भी आने वाले समय में बीजेपी के लोगों को पता चल जाएगा.
एकजुट हो रहा है विपक्ष का कुनबा
नरेंद्र मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए विपक्ष ने कमर कस ली है और वह एकजुट हो रही है ताकि प्रचंड वेग में आगे बढ़ने वाले नरेंद्र मोदी को रोका जा सके. तमाम राजनीतिक स्वार्थों और एजेंटों को दरकिनार कर विपक्ष कुनबा एकजुट तो हो रहा है इस बीच नए गठबंधन का नाम भी सामने आ गया है, लेकिन प्रधानमंत्री पद का नाम सामने नहीं आना प्रधानमंत्री पद के नाम की उम्मीदवारी पर विपक्ष की चुप्पी साध लेना बताता है कि प्रधानमंत्री के नाम पर विपक्ष में अभी भी एकमत नहीं है.
रिपोर्ट : रितेश मिश्रा
HIGHLIGHTS
- बीजेपी बोली-घोषणा के साथ ही बिखर जाएगा कुनबा
- कांग्रेस ने किया पलटवार
- आरजेडी ने बीजेपी को घेरा
- जेडीयू के लिए कुर्सी महत्वपूर्ण नहीं
Source : News State Bihar Jharkhand