पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तान अवामी मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने बिहार में संभावित कैबिनेट विस्तार से पहले अपनी प्रेशर पॉलिटिक्स शुरू कर दी है. बिहार में होने वाले संभावित मंत्रिमंडल विस्तार से ठीक पहले जीतन राम मांझी ने एक मंत्री और एक एमएलसी (MLC) की पद मांगकर एनडीए (NDA) की परेशानी बढ़ा दी है.
हिंदुस्तान अवामी मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जीतनराम मांझी ने कहा कि अगर हमारी पार्टी के प्रत्याशी सभी 7 सीटों पर जीते होते तो आज सत्ता की चाबी हमारे पास रहती. उन्होंने आगे कहा कि हम नीतीश सरकार पर दबाव डालेंगे कि एक MLC और एक और मंत्री पद हमारी पार्टी को मिले. बता दें कि जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन कैबिनेट मंत्री हैं.
जीतनराम मांझी ने बैठक में ऐलान किया कि उनकी पार्टी बंगाल का चुनाव लड़ेगी और बंगाल में अपनी धारधार उपस्थित दर्ज कराएगी. मांझी ने कहा कि हमारी पार्टी बंगाल, झारखंड और दिल्ली में अपना जनाधार मजबूत करेगी. मांझी ने बिहार की सभी इकाईयों को भंग करते हुए कहा कि जिस पार्टी कि नीति ठीक है, उस पार्टी को जनता का सहयोग मिलता है. हमारे समाज के लोग विधायक, मंत्री बन जाते हैं लेकिन समाज की जरूरत भूल जाते हैं. हमारी पार्टी का ऐंजेडा है कि निजी क्षेत्र में आरक्षण मिलना चाहिए. हमें न्यायपालिका में भी आरक्षण चाहिए और सबको एक समान शिक्षा मिलना चाहिए. इसको लेकर अगर आने वाले समय में आंदोलन करना पड़ेगा तो जरूर करेंगे.
Source : News Nation Bureau