लखीसराय के हलसी प्रखंड में हर घर नल जल योजना का हाल खस्ताहाल है. जिसकी वजह से यहां के मुसहरी दलित बस्ती के लोग आज भी पोखरी के पानी के सहारे अपनी जिंदगी जीने के लिए मजबूर हैं. ग्रामीणों के लिए एक तालाब पानी का एकमात्र साधन है. इसी तालाब के सहारे ये ग्रामीण अपने रोजमर्रा और घरेलू काम को करते हैं. लखीसराय के हलसी प्रखंड के प्रतापपुर पंचायत के वार्ड संख्या 8 फतेहपुर मुसहरी टोला में हर घर नल जल योजना का हाल खस्ताहाल है. लिहाजा इन लोगों को पानी के लिए तालाब पर निर्भर रहना पड़ता है.
हालांकि इस इलाके में 7 चापाकल लगा हुआ है, लेकिन वो भी खस्ताहाल है. पानी की व्यवस्था न होने की वजह से लोगों को एक किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर पानी लाना पड़ता है. जिसका दर्द स्थानीय लोग कुछ इस तरह से बयां कर रहे हैं.
गंदा पानी पीने को मजबूर ग्रामीण
हालांकि पानी की सुविधा के लिए गांव में पानी की टंकी जरूर लगाई गई है, लेकिन वो भी सिर्फ नाम की है. मुसहरी गांव तक जाने वाली पाइप अभी भी अधूरी पड़ी है और जगह-जगह टूट गई है. घरों में जो पाइप दिया गया है. उसमें यहां के ग्रामीण अब बकरी और अपने जानवर बांधने का काम करते हैं. यहां अभी तक बोरिंग और टंकी लगने से आगे काम नहीं बढ़ सका है. लिहाजा पानी की वजह से लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
न्यूज स्टेट की टीम जब इन महिलाओं का दर्द बांटने पहुंची तो ये महिलाएं आक्रोशित हो गईं. इनका कहना है कि सिर्फ जांच के नाम पर लोग यहां आते हैं, लेकिन होता कुछ नहीं है. पिछले 10 सालों से ये आस लगाए बैठे हैं कि अब इनके घरों तक पानी आ जाएगा, लेकिन सिर्फ और सिर्फ ये छलावा ही दिख रहा है.
रिपोर्ट : अजय झा
HIGHLIGHTS
- हर घर नल जल योजना खस्ताहाल
- गंदा पानी पीने को मजबूर ग्रामीण
- खानापूर्ति के लिए लगी पानी की टंकी
- नहीं मिल रहा पानी... ग्रामीणों में आक्रोश
Source : News State Bihar Jharkhand