अपने समापन के साथ हाजीपुर के सोनपुर मेला ने कई यादों को समेटा. मेले की कई बातें फिर से इतिहास बन गई. सोनपुर मेला अपने समापन की ओर आगे बढ़ रहा है. बावजूद इसके हर दिन वो अपना स्वरूप बदल रहा है और सोनपुर मेले का हर स्वरूप निराला हो जाता है. मजेदार बन जाता है. मजेदार तब ओर ज्यादा हो जाता है जब सोनपुर के मेले में बनारस का अंदाज दिखता है. बनारसी पान दिखता है. वो बनारसी पान जिसके सब मुरीद हैं. बनारसी पान की मिठास में तो सब घुले हैं, लेकिन स्टॉल पर एक ऐसा भी पान है जो शीतलहरी के बीच धुआं-धुआं कर रहा है.
अपनी खूबियों से सोनपुर मेला ने हमेशा सुर्खियां बटोरी है. कभी हरिहर क्षेत्र मेला की हृदय स्थली माने जाने वाली नखास एरिया में सांस्कृतिक समारोह तो घुड़सवारी. यही सब तो सोनपुर मेले की यादें बन जाती हैं. सोनपुर मेले का ऐसा ही एक अंदाज लोगों को खूब भा रहा है, वो है सोनपुर मेले में बिकने वाला स्मोक बिस्किट. यानि स्मोक बिस्किट को मुंह में डालते ही नाक और मुंह से धुआं निकलने लगता है. बड़े शौक से सोनपुर में इस स्मोक बिस्किट का लोग मजा रहे हैं. दरअसल कोरोनाकाल में दिल्ली से गांव लौटा एक युवक ने इस बिस्किट को बनाया और महज दस रुपये में बिकने वाला ये स्मोक बिस्किट सोनपुर मेले में छा गया है. यहां आने वाले लोग इसे बहुत पसंद कर रहे हैं.
मेले का रंग अपने समापन के साथ पूरे शबाब पर है. रंगीन रोशनी के बीच हर दिन सजते सोनपुर मेले फिर यादों के साथ समापन पर है और इस बार स्मोक पान और बिस्किट के साथ साथ कई नायाब रंगों ने सोनपुर मेले के इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया है.
Source : News State Bihar Jharkhand