बिहार में एक बार नहीं बल्कि कई बार ऐसी खबरें सामने आ चुकी है, जहां सदर अस्पतालों की बड़ी लापरवाही की वजह से मरीज को अपनी जान तक गंवानी पड़ी है. सरकार की तमाम योजना और कोशिशों के बाद भी सदर अस्पतालों की हालत सुधरने का नाम ही नहीं ले रही. जहानाबाद के सदर अस्पताल से बड़ी लापरवाही सामने आई है. अस्पताल में इंजेक्शन लगाते ही एक नहीं, दो नहीं बल्कि 22 महिला मरीजों की हालत बिगड़ने लगी. जिसके बाद परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया. वहीं, हंगामा शुरू होते ही अस्पताल के डाक्टर व नर्स अस्पताल के खिड़की से फरार हो गये. परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि डिलिवरी के लिए महिला को अस्पताल में भर्ती कराया है. जहां गुरुवार की रात इंजेक्शन लगाने से 22 महिला मरीजों की हालत बिगड़ गयी. अस्पताल प्रबंधन को फोन करने के बावजूद कोई सुनने वाला नहीं है.
सदर अस्पताल की सामने आई बड़ी लापरवाही
हद तो तब हो गई, जब आज फिर वहीं इंजेक्शन दोबारा मरीजों को दिया जा रहा है. जिसके बाद एक बार फिर मरीजों की हालत बिगड़ने लगी है. वहीं, इस घटना के बाद मरीज के परिजनों में आक्रोश व्याप्त है. हंगामा की खबर मिलते ही अस्पताल प्रशासन हरकत में आई और फिर मरीजों को किसी तरह कंट्रोल किया गया.
एक साथ 22 महिलाओं की बिगड़ी तबीयत
इस बाबत अस्पताल उपाधीक्षक ने बताया कि Ceftriaxone इंजेक्शन लगाने के बाद मरीजों की तबीयत खराब हो गयी थी. जिसके बाद यह इंजेक्शन लगाने पर रोक लगा दी गयी है. उन्होंने संभावना जताते हुए कहा कि लगता कि इंजेक्शन की लॉट खराब आ गयी है, जिसकी जांच कराई जा रही है.
HIGHLIGHTS
- जहानाबाद से सामने आई बड़ी खबर
- 22 महिलाओं को लगाई गई गलत इंजेक्शन
- एक साथ 22 महिलाओं की बिगड़ी तबीयत
Source : News State Bihar Jharkhand