देश भर में आज होली की धूम देखने को मिल रही है. देशभर के लोग होली के रंग में रंगा नजर आ रहा है.इस सब के बीच, बिहार के पूर्व सीएम और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के कुर्ता फाड़ होली के बारे में बहुत चर्चा है. बिहार के लोगों को उम्मीद थी कि लालू यादव इस साल होली खेलेंगे, लेकिन किडनी ट्रांसप्लांट के बाद, लालू वर्तमान में अपनी बड़ी बेटी राज्यसभा सांसद मिसा भारती के साथ दिल्ली में है. ऐसी स्थिति में, इस बार समर्थकों के बीच भी निराशा है. पुरे देश में लालू यादव की कुर्ता फाड़ होली काफी फेमस रही है. तो जाहिर सी बात है की लोग उनके होली को याद कर रहे है. लालू यादव की होली हटकर अपने देसी अंदाज में होती है. लालू-रबरी शासन के दौरान, नेताओं और समर्थकों की भीड़ होली की सुबह से अपने निवास पर इकट्ठा होने लगती थी. लालू यादव खुद सबके बीच बैठकर होली के गाने गाते थे. खुद एक-एक को पकड़कर देसी अंदाज में रंग लगाते थे. दोपहर तक एक-दूसरे को रंगने के बाद कुर्ता फाड़ होली शुरू होती थी, लेकिन इस बार उनके चाहने वालों के बिच मायूसी है.
यह भी पढ़ें: बिहार वालों Holi पर गलती से भी ना कर देना ये काम, बहुत महंगा पड़ेगा!
खुद बजाते थे लालू ढोल और मंजीरा
साथ ही होली पर लालू यादव भी दूसरों का कुर्ता फाड़ने में पीछे नहीं रहते थे. इस दौरान लालू यादव खुद ढोल-मंजीरे की थाप पर जमकर होली मनाते थे, लेकिन होली को कुछ वर्षों से लालू-रबरी निवास पर पहले की तरह नहीं मनाया जाता है. इसका कारण एक तरफ लालू यादव का स्वास्थ्य है और दूसरी ओर कई वर्षों तक सत्ता से दूर रहना है. अभी फिलहाल बिहार में महागठबंधन की सरकार बन गई है.
लालू की याद है कुर्ता फाड़ होली
आपको बता दें कि लालू यादव का हाल ही में सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है. उनकी बेटी रोहिणी आचार्य अपने पिता को किडनी डोनेट की हैं. एक सफल ऑपरेशन के लगभग एक महीने बाद लालू देश लौट आया हैं, लेकिन फिलहाल डॉक्टरों ने उन्हें अभी परहेज बरतने की सलाह दी है. लालू यादव दिल्ली में अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती के आवास पर ही फिलहक़ रह रहे हैं. ऐसे में इस बार भी समर्थकों में मायूसी देखी जा रही है. लालू यादव के आवास पर होली होती थी तो कोई भी लीडर हो, उनके चाहने वाले हों, समर्थक हों, उनका कुर्ता फाड़ना, धोती फाड़ना ये सब होता था. ये आज सिर्फ हमें नहीं बल्कि देश और बिहार के तमाम गरीब-गुरबा को खाल रहा है. एक बार तेजस्वी यादव ने खुद कहा कि, ''देश के लोगों की दुआ से लालू जी आज ठीक हो गए हैं. सर्वजीत बताते हैं कि हमारे पिताजी लीडर थे, वह जब लालू जी के आवास पर जाते थे, हम लोग उस समय पढ़ते थे. पिताजी के साथ नहीं जाते थे, लेकिन, पिताजी के साथ होली होती थी. पिताजी जाते थे पूरे कपड़ा में और फिर उधर से लैंडलाइन पर फोन आता था, कुर्ता लाओ, तीसरा कुर्ता लाओ. वह सब हमें याद है और हमें यह सब खलता है.''
Source : News State Bihar Jharkhand