केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के किशनगंज दौरे को लेकर तैयारी तेज हो गई है. चौक चौराहे पर पुलिस प्रशासन की तैनाती के साथ-साथ सड़कों पर बैरिकेडिंग की जा रही है. ताकि कानून व्यवस्था में कोई परेशानी ना हो. नगर निगम सड़कों की साफ सफाई कर रही है. शहर के ऐतिहासिक बूढ़ी काली मंदिर को सजाया जा रहा है. यहां कलाकारों की ओर से मिथिला पेंटिंग बनाई जा रही है. बूढ़ी काली मंदिर में 24 सितंबर को अमित शाह पूजा अर्चना करेंगे. आईजी सुरेश चौधरी के साथ-साथ कमिश्नर सहित कई बड़े अधिकारियों ने अमित शाह के दौरे को लेकर तैयारियों का जायजा लिया.
पूर्व मंत्री और बिहार बीजेपी के नेता जीवेश मिश्रा ने खगड़िया में कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पूर्णिया दौरा ऐतिहासिक होगा. अमित शाह के बिहार दौरे से महागठबंधन के नेताओं की बेचैनी बढ़ गई है. पूर्व मंत्री ने सवालिया लहजे में कहा कि पता नहीं क्यों विपक्षी नेताओं को डर क्यों सता रहा है. जीवेश ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में चीते छोड़ रहे हैं और नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के कटे हुए फीते को छोड़ रहे हैं. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिन पखवाड़े के तहत खगड़िया में बीजेपी प्रबुद्ध जन और बुद्धिजीवी सम्मेलन का आयोजन हुआ है. जिसमें पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा शामिल हुए थे.
सीमांचल में विधानसभा की 24 और लोकसभा की चार सीटें हैं. दोनों बीजेपी और महागठबंधन सीमांचल पर फोकस इसलिए कर रहे हैं कि सीमांचल का मैसेज पूरे प्रदेश में जा सके. पश्चिम बंगाल का कुछ इलाका भी सीमांचल से सटा है. अगर यहां झंडा बुंलद होता है तो यकीनन पश्चिम बंगाल में भी कुछ फायदा मिल सकता है. शायद यही वजह है कि बीजेपी ने यहां से मिशन 2024 के शंखनाद की प्लानिंग की है. केंद्रीय मंत्री अमित शाह इस इलाके में दोन दिनों तक प्रवास करेंगे और बड़ी रैली को संबोधित करेंगे. बीजेपी की तरफ से रैली को सफल बनाने की पूरी तैयारी की जा रही है. इसके साथ ही यह दावा भी है कि रैली ऐतिहासिक होगी. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सिर्फ अररिया लोकसभा सीट पर सफलता मिली थी, जबकि पूर्णिया और कटिहार जदयू के खाते में गई थी और किशनगंज से कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी.
Source : News Nation Bureau