छपरा जहरीली शराब कांड में कई लोगों की मौत हो गई जिसको लेकर बिहार सरकार सवालों के कठघरे में खड़ी है. विपक्ष लगातार सीएम नीतीश कुमार पर हमला कर रही है. वहीं, अब इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने जांच शुरू कर दी है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम मंगलवार को छपरा पहुंची थी और आज मशरख जाएगी जहां मृतकों के परिजनो से बातचीत कर स्थिति का जायजा लेगी. इस कांड में गठित SIT द्वारा शराब तस्कर रोज मोहम्मद एवं कारोबार में सहयोगी सीएसपी संचालक त्रिलोकी सिंह को गिरफ्तार किया गया. इसके साथ ही इस कारोबार से जुड़े कई अहम दस्तावेज भी जब्त किये गए . साथ हीं SIT द्वारा इस मामले में 12 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर सघन पूछताछ एवं छापामारी की जा रही है. वहीं, इसके पहले इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
आपको बता दें कि बीजेपी के सांसद रामकृपाल यादव ने भी नीतीश कुमार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि छपरा जहरीली शराब पीने से जितनी मौत हुई है वो सब गरीब है. उनको हर हाल में मुआवजा मिलना चाहिए. घटना के इतने दिन बीतने के बाद भी अभी तक सीएम नीतीश कुमार घटना स्थल पर नही पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि अब शराबबंदी कानून के नाम पर हजारों गरीब को मरने के लिए छोड़ दिया जा रहा है.
वहीं, सांसद चिराग पासवान ने कहा था कि बिहार में शराबबंदी कानून फेल है और लगातार शराब मिल रही है तो इसके लिए सीधे–सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय जिम्मेदार है. उन्होंने कहा था कि बिहार में कानून को बनाए रखने की जिम्मेदारी गृह विभाग की होती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पास गृह विभाग रखा हुआ है. इसके बावजूद भी अगर बिहार में शराबबंदी कानून सफल नहीं हो पा रहा और जहरीली शराब से लोगों की मौत हो रही है तो नीतीश इस जवाबदेही से नहीं भाग सकते हैं. चिराग पासवान ने कहा था कि जहरीली शराब से हुई मौतों के जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ नीतीश कुमार हैं.
HIGHLIGHTS
सीएसपी संचालक हुआ गिरफ्तार
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम जाएगी मशरख
SIT ने 12 से अधिक लोगों को लिया हिरासत में
Source : News State Bihar Jharkhand