बिहार में सरकार द्वारा संचालित अस्पताल के बाहर मानव कंकाल मिलने पर आरजेडी ने नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने रविवार को संकेत दिया है कि इसका संबंध मुजफ्फरपुर आश्रय गृह मामले से जुड़ा हो सकता है. बता दें कि शनिवार को मुजफ्फर में श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SKMCH) के बिल्डिंग के पीछे से मानव कंकाल बरामद होने के बाद आरजेडी नेता ने ये संदेह जताया है.
ये भी पढ़ें: बिहार : मानव कंकाल मिलने पर मंत्री जी ने दी सफाई, मीडिया पर लगाया आरोप
रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा, 'यदि कंकाल नहीं तो इस सरकार में और क्या मिलगेा. मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में लड़कियों के साथ अन्याय इस सरकार (नीतिश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार) में ही हुआ. मैं यकिन के साथ नहीं कह सकता लेकिन ऐसी संभावन हो सकती है कि ये मानव कंकाल मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले से संबधित हो. लेकिन इसकी सच्चाई पूरी जांच के बाद ही सामने आएगी.' इसके साथ ही उन्होंने कहा SKMCH एक अस्पताल नहीं बल्कि एक नरक है.
और पढ़ें: बिहार : नहीं थम रहा चमकी बुखार से मासूमों के मरने का सिलसिला, संख्या बढ़कर हुई 129
बता दें कि मुजफ्फरपुर के श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पिछले हिस्से में बने जंगल में एक बोरे में करीब 100 नर कंकाल के अवशेष मिले हैं. बता दें कि इन्सेफलाइटिस के चलते हुई मौतों से अस्पताल प्रशासन पहले ही सवालों के घेरे में है, दूसरी ओर बोरे में कंकाल मिलना झकझोर कर रख देने वाला है. इनका न ही दाह संस्कार किया गया और न ही इन्हें दफनाया गया. हालांकि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
ये भी देखें: ब्रजेश ठाकुर और उसके सहयोगियों ने 11 लड़कियों को मार डाला था, हड्डियों की पोटली बरामद: सीबीआई
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर में एक एनजीओ द्वारा संचालित शेल्टर होम में कई लड़कियों का कथित रूप से बलात्कार और यौन उत्पीड़न किया गया था और टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान की रिपोर्ट के बाद यह मुद्दा सामने आया था. इस मामले में मुख्य आरोपी बृजेश ठाकुर समेत अन्य लोगों की 11 हत्याओं के मामले में भूमिका की जांच हो रही है.
एजेंसी को शक है कि जो 11 लड़कियां गायब हैं उनकी हत्या की गई है. फिलहाल शेल्टर होम में आने-जाने वाले लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है. वहीं सर्वोच्च न्यायालय ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में सीबीआई से दो हफ्ते में जांच पूरी कर स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है.