भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की संस्था भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद पूर्वी क्षेत्र परिसर पटना ने अपनी तकनीक के तेजी से प्रसार के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म NamFarmers.com के साथ समझौता किया है. बात दें कि, आईसीएआर -आरसीईआर पटना के अनुसंधान और विकास में शामिल एक शीर्ष संस्था है, जबकि नम फार्मर्स एक मोबाइल आधारित डिजिटल स्वदेशी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, जो कृषि से जुड़े सभी हितधारकों को जोड़ता है. नम फार्मर्स दुनिया भर में कृषि सूचनाओं, तकनीकों और कृषि से जुड़ी सभी सूचनाों को पहुंचाता है.
यह कोयंबटूर स्थित तारा ब्लूम्स प्राइवेट लिमिटेड का एक सूचना प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म है. नम फार्मर्स स्वदेशी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कृषि के लिए समर्पित है और किसानों के उपज को बेचने के लिए ऑनलाइन मार्केटप्लेस भी उपलब्ध कराता है. जिससे किसान कृषि उत्पादों को बेहतर कीमतों पर बेच सकते हैं.
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी क्षेत्र परिसर पटना (आईसीएआर आरसीईआर) और नम फार्मर्स का एमओयू आईसीएआर आरसीईआर की तकनीकों का तेजी से प्रसार करने में सहायक होगा. इस अवसर पर आईआईएसआर - आरसीईआर पटना की तरफ से सभी वरिष्ठ वैज्ञानिक उपस्थित थे. इस मौके पर संस्थान के निदेशक डॉ. आशुतोष उपाध्याय कहा कि इसमें अपार संभावनाएं हैं. उन्नत कृषि उत्पादन प्रौद्योगिकी के प्रसार में नम फार्मर्स मुख्य भूमिका निभा सकता है. नम फार्मरस से जुड़ने के बाद तकनिकी प्रसार करने और बेहतर परिणाम आए हैं. इससे किसानों की इनकम बढ़ाने में सहायता मिली है.
नम फार्मरस के जनरल मैनेजर आसिफ रियाज ने बताया कि नम फार्मरस किसान और कृषि से जुड़े सभी हितधारकों के लिए कैसे फायदेमंद है इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि नम संस्थान के साथ मिलकर कैसे किसानों को मदद कर सकते हैं जिससे कि वह तकनिकी और आर्थिक रूप से मजबूत हो सके.
Source : News State Bihar Jharkhand