बच्चे हमारे देश का भविष्य है. बच्चे आगे बढ़ने और भविष्य में बेहतर अवसर प्राप्त करने की उम्मीद से स्कूल जाते हैं. विद्यालय को विद्या की मंदिर कहा जाता है, जहां से हमें हर तरह की शिक्षा की प्राप्ति होती है और हम आने वाली कठिनाइयों से निपटने के लिए तैयार होते हैं. इन्हीं बच्चों के हाथों में देश की जिम्मदारी होती है, लेकिन जब बच्चों को शिक्षा की जगह स्कूल की साफ-सफाई के काम में लगा दिया जाए तो उस क्षेत्र, प्रदेश और देश का भविष्य क्या होगा. कुछ ऐसी ही घटना बिहार के छपरा से सामने आई है. जहां बच्चों के हाथ में कॉपी-किताब की जगह झांड़ू देखने को मिल रहा है. छपरा के एक विद्यालय से शिक्षक द्वारा स्कूली बच्चों से साफ-सफाई कराने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.
मामला एकमा प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय चपरैठा की है, जहां विद्यालय के छात्रों से शिक्षक खड़े होकर शौचालय की सफाई करवाते नजर आ रहे हैं. बच्चे एक तरफ शौचालय की सफाई करते नजर आ रहे हैं तो दूसरी तस्वीर में बच्चे विद्यालय में झाड़ू से सफाई करते नजर आ रहे हैं. विद्यालय में शिक्षक की प्रतिदिन की इस गतिविधि को देख किसी ने इसकी वीडियो बना ली और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जिसे लेकर शिक्षक के बारे में कई तरह के चर्चाओं का बाजार गर्म है, यह वीडियो कब और किसने बनाई है. इसका खुलासा अभी बाकी है, लेकिन शिक्षा ग्रहण करने विद्यालय जाने वाले छोटे बच्चों से इस तरह कार्य कराना कही से उचित नहीं है.
Source : News Nation Bureau