सुपौल शहर के हुसैन चौक स्थित एक निजी क्लीनिक में इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई, जिसके बाद मृतक के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. मृतक सदर थाना क्षेत्र के बसबिट्टी वार्ड 9 निवासी 65 वर्षीय जागेश्वर मुखिया बताया जा रहा है. मृतक के परिजनों का आरोप है कि सुबह करीब 8 बजे हार्ट की समस्या की वजह से हुसैन चौक स्थित गंगा हॉस्पिटल में मरीज को भर्ती किया गया, जहां क्लीनिक में संचालक डॉ सोनू सुमन द्वारा उसे एक सुई लगाई गई. कुछ देर में ही उसकी मौत हो गई. इसके बाद शव को बंधक बना लिया गया और 40 हजार रुपए की मांग की जाने लगी. हालांकि बाद में 20 हजार रुपये में मामला रफा दफा हो गया.
शव सौंपने के लिए मांगे 40 हजार
इधर, हंगामे के बाबत जब संचालक डॉक्टर सोनू सुमन से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई, तो वह उल्टे मीडिया कर्मियों से ही उलझ गए. डॉक्टर का बेतुका बयान सामने आया है. उनका कहना है कि मीडिया इसकी जांच करे, वह आरोपों पर कुछ भी बोलने से परहेज करते नजर आए. हालांकि उन्होंने मीडिया कर्मियों को ही अपॉइंटमेंट लेकर मिलने की सलाह दे डाली और मुकदमे तक की धमकी देने लगे.
निजी क्लिनिक सिस्टम पर खड़े कर रही सवाल
जाहिर है कि डॉक्टर का इस तरीके का बयान उनकी संवेदनहीनता को दर्शाता है. बहरहाल, क्लीनिक में हंगामा शांत होने के बाद परिजन शव लेकर घर चले गए हैं और पोस्टमार्टम से इंकार कर दिया है, लेकिन निजी क्लिनिक संचालक की यह मनमानी पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े कर रही है. अब देखना यह है कि मामले में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन क्या कार्रवाई करती है.
HIGHLIGHTS
- इलाज के दौरान मरीज की मौत
- शव सौंपने के लिए मांगे 40 हजार
- निजी क्लिनिक सिस्टम पर खड़े कर रही सवाल
Source : News State Bihar Jharkhand