'समाधान' के लिए अधूरी तैयारी! उद्घाटन के अगले दिन बंद हुई स्मार्ट क्लास
सीएम नीतीश समाधान यात्रा पर है. सीएम यात्रा के जरिए विकाय कार्यों का जायजा ले रहे हैं और कई योजनाओं का उद्घाटन कर रहे हैं, लेकिन समाधान यात्रा के लिए जल्दीबाजी में जिस तरह से तैयारी की जा रही है इसकी पोल जमुई में खुल गई.
सीएम नीतीश समाधान यात्रा पर है. सीएम यात्रा के जरिए विकाय कार्यों का जायजा ले रहे हैं और कई योजनाओं का उद्घाटन कर रहे हैं, लेकिन समाधान यात्रा के लिए जल्दीबाजी में जिस तरह से तैयारी की जा रही है इसकी पोल जमुई में खुल गई. समाधान यात्रा को लेकर जमुई पहुंचे सीएम ने 3D स्मार्ट क्लास का उद्घाटन किया था. सीएम के जाते ही एक दिन बाद बिजली की व्यवास्थ नहीं होने के कारण स्मार्ट स्कूल बंद हो गया. अब स्कूल में पुराने ढर्रे से ही बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. सोमवार को हर दिन की तरह बच्चें बच्चियां स्कूल पहुंचे और अपने गुरूजी से 3 डी तकनीक से पढ़ाने का आग्रह किया,लेकिन स्कूल के हेड मास्टर मनोज कुमार मायूस हो गए.
मोबाइल के इंटरनेट से बच्चों की पढ़ाई दरअसल, स्मार्ट क्लास के लिए स्कूल में इंटरनेट और बिजली आपूर्ति व्यवस्था सही मुहैया नहीं कराई गई है. सोलर लाईट से स्मार्ट टीवी नहीं चल रहा है. बिजली रहने पर ही स्मार्ट क्लास चल पाता है. वहीं, बच्चों को 3 डी स्मार्ट क्लास से पढ़ाने वाले शिक्षक ने कहा कि उन्हें दस दिनों के लिए प्रतिनियुक्त किया था. आज अंतिम दिन है. उन्होंने बताया कि स्मार्ट क्लास के लिए इंटरनेट की व्यवस्था नहीं कराई गई है. अब तक वे अपने मोबाइल के इंटरनेट से बच्चों को पढ़ा रहे थे.
बच्चों की गुहार सुनिए सरकार 3 डी स्मार्ट स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का कहना है कि स्मार्ट क्लास में जो वीडियो के जरीए पढ़ाई की जाती है उसमें उसे समझने में काफी आसानी होती है, लेकिन बिजली के कारण उसे 3 डी स्मार्ट क्लास करने में परेशानी होती है.
क्या है 3 डी स्मार्ट क्लास स्मार्ट क्लास में बच्चों को टीवी स्क्रीन पर पढ़ाई कराई जाती है. इसमें विज्ञान, गणित, इतिहास सहित कई विषयों की पढ़ाई कराई जाती है. ब्लैक बोर्ड की जगह टीवी स्क्रीन पर पढ़ाई होती है. इंटरनेट के माध्यम से कई विषयों की पढ़ाई कराई जाती है. 3 डी स्मर्ट क्लास इंटर एक्टिव बोर्ड में लगा होता है.
समाधान यात्रा के कारण जल्दीबाजी में काम एक ही दिन में स्मार्ट क्लास बंद होने से अधिकारियों का कहना है कि समाधान यात्रा के कारण जल्दीबाजी में कई काम किए गए. दो दिनों के अंदर सभी कर्मियों को पूरा कर स्मार्ट क्लास की व्यवस्था को दुरूस्त कर लिया जाएगा. ऐसे में सवाल उठता है कि जब तैयारी आधी-अधूरी थी तो क्यों सीएम से स्कूल का उद्घाटन कराया गया है. अब सवाल है कि समाधान यात्रा के लिए जल्दीबाजी में जिस तरह से तैयारी की गई उसकी पोल खुल गई है. सवाल प्रशासनिक व्यवस्था पर भी है. सवाल नौनैहालों के भविष्य से भी जुड़ा है.