आतंकी होने के शक में भागलपुर का इंदल 6 साल से अमृतसर जेल में बंद हैं. मां ने रिहाई की गुहार लगाई है. दरअसल इंदल राय को दिसंबर 2016 में छौपाल टोला के संवेदक छंगुरी यादव ने. कर्नाटक के कुड़की एनटीपीसी प्लांट में कहलगांव क्षेत्र के 10 मजदूरों के साथ भेजा था. इंदल राय कर्नाटक पहुंचने के चंद घंटे बाद ही अपने साथियों को छोड़ कहीं चला गया था. उसके बाद से उसका कोई पता नहीं चला था. इंदल की मां और पत्नी ने उसकी हर तरह से तलाश की, लेकिन उसका सुराग नहीं मिला. कहीं भी उसकी कोई जानकारी नहीं मिली.
30 साल के जवान बेटे की गुमशुदगी ने मां और पत्नी को बुरी तरह से तोड़ दिया था, लेकिन अब उनके चेहरे पर एक उम्मीद लौटी है. तीन दिन पहले उनके घर एक पत्र आया. पत्र पंजाब के अमृतसर जेल से आया है. जिसमें इंदल राय के बारे में लिखा है कि इंदल राय अमृतसर जेल में बंद है. उसके ऊपर आतंकवादी होने का शक है. पत्र लिखने वाला शख्स अरविंद कुमार चौधरी भी उसी जेल में बंद था. जिस जेल में इंदल है. उसने लिखा है कि जेल में ही इंदल ने अरविंद को अपना घर का पता दिया था. उसने बोला था कि घर में पत्र के माध्यम से बता देना. घर पर पत्र मिलने के बाद अब इंदल की मां उसकी रिहाई की मांग कर रही है.