5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद से सियासी गलियारे में गर्मागर्मी देखी जा रही है. जहां 3 राज्यों में प्रचंड जीते के बाद भाजपा काफी उत्साहित दिख रही है तो वहीं कांग्रेस के बुरी तरह से हार के बाद इंडिया गठबंधन में कुछ सही नजर नहीं आ रहा है. 6 दिसंबर को दिल्ली में इंडी गठबंधन की बैठक थी, जिसे अब स्थगित कर दिया गया है. बैठक स्थगित करने को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. बता दें कि दिल्ली में यह बैठक कांग्रेस ने बुलाई थी, लेकिन विधानसभा में करारी हार के बाद जिस रफ्तार से कांग्रेस ने बैठक बुलाई थी, उसी रफ्तार से बैठक को स्थगित भी कर दिया. दरअसल, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और सपा नेता अखिलेश यादव समेत कई नेताओं के बैठक में शामिल होने को लेकर संशय बना हुआ था. जिस वजह से बैठक को स्थगित कर दिया गया.
इंडी गठबंधन की बैठक स्थगित
आपको बता दें कि पांच राज्यों में हुए चुनाव में इंडी गठबंधन ही एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव में उतर गए थे. वहीं, इंडी गठबंधन में शामिल दल ने विधानसभा में हार के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. ममता बनर्जी ने पहले ही इस बैठक से किनारा कर लिया था वहीं अखिलेश यादव की भी इस मीटिंग में शामिल होने को लेकर संशय बना हुआ था. वहीं, सीएम नीतीश ने भी बैठक में जाने से किनारे करते हुए बीमारी का हवाला देते हुए दिल्ली जाने से इनकार कर दिया.
ममता, नीतीश, अखिलेश की बैठक में शामिल होने को लेकर संशय
कांग्रेस को इस बात का अनुमान था कि विधानसभा चुनावों में सीटों के बंटवारे को लेकर गठबंधन दलों में नाराजगी है, जिसकी वजह से ही कांग्रेस ने यह बैठक बुलाई थी. वहीं, बैठक स्थगित होते ही इसे लेकर सियासत तेज हो चुकी है.
वहीं, अब जीतन राम विधानसभा में हुए अपमान को लेकर मंगलवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहुंचे और धरना देने बैठ गए. इस धरना में हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन भी शामिल हैं. जानकारी के अनुसार मांझी धरने के बाद राजघाट भी जाएंगे. इसके अलावा मांझी ने देश के कई दलित संगठनों के साथ मिलकर नीतीश कुमार के खिलाफ दलित और महिला स्वाभिमान सभा का आयोजन किया है.
HIGHLIGHTS
- इंडी गठबंधन की बैठक स्थगित
- ममता, नीतीश का बैठक से किनारा
- विधानसभा के रिजल्ट के बाद लिया फैसला
Source : News State Bihar Jharkhand