बिहार सरकार में शिक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे करना, कोई नई बात नहीं है, लेकिन इन दावों की हकीकत स्कूलों की हालत देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है. रोहतास जिले में कई स्कूल ऐसे हैं, जिन तक पहुंचने के लिए सुगम रास्ते तक नहीं हैं. ऐसा ही एक स्कूल रोहतास जिला के करगहर प्रखंड क्षेत्र के जोगवलिया में स्थित है, जो सरकार के वादो की बानगी पेश करता है. इस स्कूल तक जाने का रास्ता पानी और कीचड़ से भरा पड़ा है. ऐसे में बच्चे और शिक्षक कीचड़ से होकर स्कूल तक पहुंचने के लिए मजबूर हैं. जोगवलिया प्राथमिक विद्यालय एक ऐसी जगह पर बना है, जहां आने-जाने के लिए कोई रास्ता तक मौजूद नहीं है. यहां बच्चों को मजबूर होकर कच्चे रास्ते से होकर जाना पड़ता है.
बरसात के समय में इस रास्ते पर कीचड़ और पानी भर जाता है. कई बार तो बच्चे और अध्यापक इसमें गिर भी जाते हैं. सबसे बड़ी बात कि इस विद्यालय के ठीक सामने एक तालाब है, जो हमेशा लबालब भरा रहता है. जिसके कारण हर समय अनहोनी की आशंका बनी रहती है. हालांकि, कोरोना से लंबे अंतराल के बाद स्कूल खुलने से ग्रामीण परिवेश में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों में पढ़ाई को लेकर खासा उत्साह है, लेकिन जोगवलिया गांव के स्कूली बच्चों और अध्यापकों को बीते कई सालों से रास्ता न होने की वजह से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बरसात के समय यह समस्या और गंभीर हो जाती है.
स्कूल की शिक्षक ने बताया कि बरसात के समय स्कूल के आसपास पूरा पानी भर जाता है, जिससे आने-जाने में बच्चे पानी में गिर जाते हैं. इस रास्ते की समस्या के निराकरण के लिए बीते कई सालों से विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ मुखिया को कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन स्कूल निर्माण के बाद से अब तक हालात जस के तस बने हुए हैं.
Source : News Nation Bureau