बिहार में बयानों का दौर चल रहा है. सियासी हमले हो रहे हैं. रामायण से लेकर महाभारत तक पर सियासी वार हो रहा है और इन मुद्दों के बीच सुगबुगाहट है. बिहार में खेला होने की. महागठबंधन के तमाम नेता खुद में ही उलझे हैं. अपनों से ही अपनों को जवाब मिल रहा है. जवाबों के जरिये एक दूसरे पर सवाल उठाये जा रहे हैं और इस बीच अररिया से बीजेपी सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने वो कह दिया जिससे आरजेडी तिलमिला गई है.
प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में भी महाराष्ट्र की तर्ज पर कुछ बड़ा उलट-पुलट हो सकता है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रवैये से उनके सहयोगी काफी नाखुश हैं. जिसका असर आने वाले समय में बिहार की राजनीति में देखने को मिलेगा. लोग नीतीश कुमार को छोड़कर दूसरी पार्टियों और बीजेपी में चले जाएंगे. आने वाले समय में नीतीश कुमार अकेले पड़ जाएंगे.
रामचरितमानस विवाद के बाद जिस तरह से जेडीयू और आरजेडी के बीच थोड़ी असहजता बढ़ी है. उस आग में बीजेपी सांसद के बयान ने घी डालने का काम किया है.
बीजेपी सांसद के बयान पर घमासान मचा है. बिहार में महाराष्ट्र जैसा खेला होने के दावों में कितनी सच्चाई है. ये तो बीजेपी सांसद ही जानें, लेकिन प्रदीप सिंह को जवाब मिला है और ये जवाब आया है डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से. आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी से दूरियां कुछ बढ़ी है महागठबंधन में लेकिन, तेजस्वी को भरोसा है कि बिहार में महाराष्ट्र वाला खेला नहीं हो सकता.
तेजस्वी के भरोसे के बीच पटना से ही एक तस्वीर सामने आई. जिसने इशारा किया कि महागठबंधन में ऑल इज वेल नहीं है. इस तस्वीर से कई सवाल उठे. सवाल ये कि क्या महागठबंधन में क्या सब कुछ ठीक नहीं चल रहा? आरजेडी और जेडीयू के बीच क्या दूरियां बढ़ने लगी हैं?
महागठबंधन में दूरियां? CM की विभागीय बैठक से मंत्री नदारद विभागीय बैठक से मंत्री ही रहे गायब धान अधिप्राप्ति को लेकर बुलाई गई थी बैठक आरजेडी कोटे के दो मंत्री को होना था शामिल कृषि और सहकारिता मंत्री बैठक में नहीं पहुंचे सीएम ने अकेले ही की अधिकारियों के साथ बैठक
बीजेपी बिहार में खेला होने का दावा कर रही है. आरजेडी को अपने गठबंधन पर भरोसा है, लेकिन दावे और भरोसे के बीच समीक्षा बैठक में आरजेडी कोटे के दो मंत्रियों की गैर मौजूदगी ने महागठबंधन में दूरियों की तस्वीर दिखाई है.