जन अधिकार पार्टी (जाप) ने सोमवार को बिहार की राजधानी पटना में बढ़ती महंगाई, खाद्य पदार्थों पर बढ़ी जीएसटी, अग्निपथ योजना और बेरोजगारी के खिलाफ राजभवन मार्च निकाला. जैसे ही यह मार्च डाक बंगला चौराहे पहुंचा पुलिस ने बल का प्रयोग किया. जाप प्रमुख पप्पू यादव की अगुवाई में निकले इस मार्च में लोगों ने सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारे लगाए और प्रदर्शन किया. मार्च जब डाकबंगला चौराहा पहुंचा तो पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया. कार्यकर्ताओं के जबरदस्त विरोध के बावजूद उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया गया.
मौके पर पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना हिटलर से करते हुए कहा कि 2024 के चुनाव में हमें इस सरकार से मुक्ति चाहिए. उन्होंने कहा कि किसानों को दोगुनी एमएसपी के लिए, बेरोजगार, नौजवानों के रोजगार के लिए हमें मोदी से मुक्ति लेनी होगी. उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना देश के युवाओं के लिए अभिशाप की तरह है. हम अग्निवीर योजना को समाप्त करने की मांग करते हैं. किसानों के उत्पादन पर जीएसटी की निंदा करते हैं.
प्रदर्शन के दौरान महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष रानी चौबे ने कहा कि अब खाने वाले पदार्थ पर भी जीएसटी वसूल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि महंगाई के कारण देश के गरीब और मध्यम परिवार के लोग पिस रहे हैं, लेकिन सरकार विपक्ष नेताओं से निपटने में व्यस्त है. उन्होंने कहा कि मंहगाई को लेकर यह आंदोलन निर्बाध गति से चलता रहेगा.
इस दौरान जाप के 30 से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया. प्रदर्शन के बाद प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र कुशवाहा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल राजभवन जाकर राज्यपाल के पास एक ज्ञापन सौंपा.
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