बिहार के अरवल जिले के कुर्था में उस वक्त हड़कंप मच गया जब यहां आवासीय नेशनल पब्लिक विद्यालय में अचानक विषाक्त भोजन खाने से करीब 70 बच्चे बीमार हो गये. बताया जा रहा है ये हाल खाने में छिपकली मिलने से हुआ है. आनन फानन में बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुर्था में भर्ती कराया गया. घटना मंगलवार सुबह की बतायी जा रही है.
इधर, बीमार बच्चों का हाल जानने के लिए बच्चों के अभिभावक समेत कुर्था थानाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार, जिला पार्षद महेश यादव, समाजसेवी आफताब आलम सहित कई लोग पहुंचे. चिकित्सक के अनुसार, फिलहाल सभी बच्चों की स्थित खतरे से बाहर बताई जा रही है.
जानकारी के अनुसार आवासीय विद्यालय में सुबह बच्चों को खाने के लिए चावल और सब्जी दी गयी थी. खाने के थोड़े ही देर बाद सभी के सिर व पेट में दर्द की शिकायत होने लगी और उसके साथ उल्टी शुरू हो गई. स्कूल परिसर में अफरातफरी मच गई कि इस बीच प्रबंधन के द्वारा बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुर्था में इलाज के लिए भेजा गया.
इन छात्रों की हालत गंभीर
बता दें कि बीमार बच्चों में पोंदिल गांव के वर्ग चार के कर्ण कुमार, कुंडिला गांव के समीर कुमार व सिमुआरा गांव के एलकेजी के छात्र अमित कुमार की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी. अन्य बीमार छात्रों में राम कुमार, रौशन कुमार, विशाल कुमार, चंदन कुमार, शाहिल कुमार, सुनील कुमार, अंकित कुमार, सुजीत कुमार, अनुराग कुमार सहित 70 बच्चे शामिल हैं.
सब्जी में पाई गई छिपकली
दरअसल, बच्चों ने बताया कि सब्जी में छिपकली गिर गई थी. यह जानकारी तब मिली जब एक बच्चे की थाली में सब्जी के साथ छिपकली मिली. तबतक अधिकांश बच्चे खाना खा चुके थे. आवासीय निजी विद्यालय में 85 बच्चे रहते हैं.
कैसी है बच्चों की हालत
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रमोद कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया फूड प्वाइजनिंग का मामला है. सभी बच्चों का इलाज किया जा रहा है. तीन बच्चों को ज्यादा दिक्कत थी, उन्हें इमरजेंसी में भर्ती किया गया. बाकी बच्चों को आवश्यकता अनुसार दवाइयां दी जा रही है.
फिलहाल, सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं. अस्पताल में बच्चों के अभिभावकों की भीड़ लगी थी, उनका स्कूल प्रशासन के खिलाफ आक्रोश देखा गया. परिजनों का कहना है कि बच्चों को दिए जाने वाले खाने के साथ इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो सकती है. दूसरी ओर पूरे मामले को लेकर स्कूल प्रबंधन कुछ भी कहने से बच रहा है.