बिहार में कैदियों के लिए जेल आराम गृह बन गया है. यहां आराम से बैठकर बड़े-बड़े कैदी अपराधी की जाल बुनते हैं और बाहर उस अपराध की गूंज सुनाई देती है. जेल के अंदर अभियान चलता जरूर है, लेकिन हर अभियान के बाद कैदी उतने ही बड़े तरीके से वारदातों को अंजाम देते हैं. बिहार में तो जेल के पुलिस जवान भी मंत्री से कम नहीं हैं. कोई हेड मसाज करवा रहा है तो कोई पैर की मालिश. इतनी सुविधायें अगर सीवान जेल में चाहिए तो बस जेल के सिपाहियों की हथेली गर्म कर दीजिए, लेकिन इस बार सीवान जेल के अंदर किसी पुलिस वाले को भनक तक नहीं लगी कि जेल के अंदर की उनकी तमाम करतूतें बाहर पहुंचने वाली है. जेल के अंदर जो मसाज करवा रहे थे. वीडियो वायरल होने के बाद सिर पकड़ कर बैठ गये. अब जिस कैदी ने ये वीडियो बनाया उसकी खबर तो नहीं, लेकिन वीडियो में दिख रहे पुलिस जवान नप गये. सवाल सीवान जेल प्रबंधन पर था तो आनन-फानन में जेल के अंदर दबिश दी गई और कार्रवाई के नाम पर जेल में तैनात 5 पुलिस जवान सस्पेंड कर दिये गये.
आपको बता दें कि, सीवान में तो मसाज का खेल चल रहा था, लेकिन आरा मंडल कारा में तो मोबाइल का जखीरा दिखा. कैदियों ने जेल के अंदर तहखाना बनाकर लगभग 35 मोबाइल फोन को छिपा रखा था. कैदी वार्ड के पीछे गड्ढे खोदकर इन मोबाइल को कैदी छिपाकर रखते थे और इन मोबाइल से आरा जेल के कैदी अपराध की साजिश रचते थे. जेल के अंदर से अपराध की ये दुनिया चलाते थे और सवाल ही नहीं कि बिना किसी मिलीभगत के इनके कैदियों के पास मोबाइल पहुंच जाये. जेल अधीक्षक ने कारा उपाधीक्षक, उच्च कक्षपाल और कक्षपाल को सस्पेंड कर दिया.
जेल के अंदर का वायरल वीडियो, जेल में मोबाइल का जखीरा मिलने के बाद ये तो साफ हो गया कि बिहार के जेलों में बंद कुख्यात अपराधी अपने गुर्गों से बाहर अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिला रहे हैं. राज्य के सबसे बड़े जेल ने इसकी तस्दीक भी कर दी. बेऊर जेल में बंद शातिर अपराधियों ने तो मध्यप्रदेश और राजस्थान में सोने की ही लूट करवा दी. एमपी ने फाइनेंस कंपनी से 15 किलो सोने की लूट और 3 लाख नगद लूट के तार बेऊर जेल से ही जुड़े हैं.
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बिहार के जेल के अंदर कैदी, लापरवाह जवानों की करतूत की खबरें है, लेकिन बाहर में पिछले कई दिनों से जो अपराध बढ़े हैं उनके तार जेल से ही जुड़ रहे हैं. कार्रवाई भी हो रही है और हर कार्रवाई के बाद शातिर कैदियों को दूसरे जेल में शिफ्ट भी किया जा रहा है. ऑपरेशन क्लीन से हड़कंप मचा हुआ है. आरा जेल से 17 कैदी भागलपुर जेल में शिफ्ट किए गए हैं. जेल में मोबाइल रखने वाले कैदियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. बेऊर जेल से भी 15 अपराधी भागलपुर जेल में भेजे गए हैं.
विपक्ष के लिए सरकार पर हमला करने का बड़ा मौका है. विपक्षी दल बीजेपी ने जेल के अंदर वारदातों की बुनती तस्वीरों पर सवाल उठाये हैं और सरकार को कटघड़े में खड़ा किया है. हालांकि पुलिस मुख्यालय ने जेल से चल रहे इन काले कारनामों पर संज्ञान लिया है. जेल से चल रहे अपराध के खेल पर जांच शुरू कर दी है.
रिपोर्ट : रजनीश कुमार
Source : News State Bihar Jharkhand