बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली कृष्णा रानी (68) जो एक टीचर हैं, वे अब 'कृष्णा बम' के नाम से जानी जाती हैं. दरअसल जब वे सावन के महीने में देवघर पूजा के लिए निकलती हैं तो उन्हें देखने और उनसे आर्शीवाद लेने के लिए रास्ते में हजारों लोग कतार में लगे रहते हैं. वे सावन के हर सोमवार को सुल्तानगंज से 'डाक बम' के रूप में देवघर पहुंचती हैं और बाबा वैद्यनाथ का जलाभिषेक करती हैं.
बता दें कि डाक बम उसे कहा जाता है जो गंगाजल लेकर लगातार चलते या दौड़ते हुए 24 घंटे के अंदर सुल्तानगंज से देवघर 108 किलोमीटर की दूरी तय कर पहुंचता है. शनिवार को वो अपने घर से सुल्तानगंज के लिए रवाना हो गयीं. वो पटना से ट्रेन से सुल्तानगंज जाएगी और वहां से रविवार को जल लेकर वैधनाथ धाम के लिए निकल पड़ेगी.
यह भी पढ़ें- बाढ़ क्षेत्र का भ्रमण करने गए सीओ और कर्मचारी की लोगों ने की पिटाई
पिछले 38 सालों से लगातार कर रहीं हैं जलाभिषेक
कृष्णा देवी पिछले 38 वर्षों से लगातार प्रतेयक सोमवारी को जलाभिषेक करती हैं. कृष्णा देवी को माता बम के नाम से सभी पुकारते हैं. वो कहती है कि जब टीचर ट्रेनिंग कर रही थी उसी समय पति विमार पर हो गए तो अचानक मन मे जलाभिषेक करने की इच्छा हुई. शुरू में पहलेजा से गरीबस्थान पर जलाभिषेक करती थीं. फिर सुल्तानगंज से देवघर जलाभिषेक करने लगीं. उन्होंने कहा कि समय के साथ पति तो स्वस्थ हो ही गए सभी बाल बच्चे भी सेट हो गए और सब कुछ हो गया, और धीरे धीरे आम से खास कब बन गयी पता ही नहीं चला.
सुलतान गंज से पुलिस प्रशासन उनके लिए व्यवस्था रखती है और पूरे रास्ते उनकी देख रेख में सभी लगे रहते हैं. आज उनके घर से निकलने पर मोहल्ले के मुस्लिम पार्षद भी श्रद्धा पूर्वक उन्हें विदा करने पहूंचे. सभी उन्हें अपने शहर एवं मुहहले के लिए गौरव की बात कहते है.
Source : Aslam Akhtar