जमुई जिले के एक स्कूल की पचास ससे ज्यादा छात्राओं को एक साथ हॉस्टल छोड़कर भागना पड़ा है. छात्राओं द्वारा जिस समय हॉस्टल छोड़ा गया तो उसकी किसी को भी भनक नहीं लगी. जब सुबह वाडर्न की नींद खुली तो छात्रावास पूरी तरह से खाली पाया गया. फिर क्या था पूरे इलाके में ये बात चर्चा का विषय बन गई. छात्राओं ने स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. छात्राओं ने आरोप लगाया है कि स्कूल प्रबंधन उन्हें रसोइयों की मदद करने के लिए कहता है और खाना बनाने के लिए कहता है. इतना ही नहीं हॉस्टल में साफ सफाई की भी व्यवस्था नहीं है.
मिली जानकारी के मुताबिक, जमुई के सोनो कस्तूरबा गांधी विद्यालय में बने छात्रावास में उस समय अफरा तफरी मच गई जब छात्रावास की सभी 55 छात्राएं रात में हॉस्टल से बाहर निकल गईं. छात्राओं के हॉस्टल से बाहर निकलने की खबर ना तो सुरक्षा गार्डों को हुई और ना ही वाडर्न को. जब कस्तूरबा गांधी विद्यालय प्रबंधन द्वारा छात्राओं की खोजबीन शुरू की गई तो 3 छात्राएं सोनो चौक के समीप मिलीं और दो बच्चियों को चकाई से बरामद किया गया. शाम होते होते लगभग 12 छात्राएं हॉस्टल लाई जा चुकी थीं शेष छात्राएं अभी भी नीहं मिली हैं. मामले की जानकारी मिलने पर जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं.
छात्राओं द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, शनिवार के बाद उन्हें खाना नहीं दिया गया था. खाना नहीं मिलने से परेशान छात्राएं देर रात हॉस्टल निकल गईं. छात्रों ने किसी को भी कुछ नहीं बताया और अपने घर को रवाना हो गई थीं. छात्राओं ने ये भी आरोप लगाया है कि विद्यालय प्रबंधन और रसोईया खाना बनाने में सहयोग करने का उन सभी पर दबाव बनाते हैं. हॉस्टल में साफ सफाई की व्यवस्था को लेकर भी छात्राओं ने अपनी शिकायत की है. छात्राओं ने ये भी आरोप लगाया है कि उन्हें पीने के लिए साफ पानी तक स्कूल प्रबंधन के द्वारा नहीं मुहैया कराया जाता.
HIGHLIGHTS
- हॉस्टल से बिना बताए आधी रात को बाहर निकल गईं छात्राएं
- सभी 55 छात्राएं निकली हॉस्टल के बाहर
- सोनो कस्तूरबा गांधी विद्यालय का है मामला
- छात्राओँ ने विद्यालय प्रबंधन पर लगाए गंभीर आरोप
Source : News State Bihar Jharkhand