बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर बैठकों का दौर चल रहा है. इस बीच खबर है कि बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर सहमति बन गई है. सूत्रों से पता चला है कि नीतीश के नेतृत्व वाली पार्टी जनता दल युनाइटेड और बीजेपी में कई राउंड मैराथन वार्ता के बाद लोकसभा की तरह विधानसभा चुनाव में भी 50-50 के फॉर्मूले पर सहमति बनी है. लेकिन अभी जीतन राम मांझी की पार्टी हम और रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा को लेकर पेंच फंसा हुआ है.
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हालंकि सूत्रों को कहना है कि बीजेपी-जदयू में बनी सहमति के मुताबिक, जेडीयू अपने कोटे से जीतन राम मांझी की पार्टी हम को कुट सीटें देगी. मगर लोजपा की अब तक एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर बात नहीं बनी है. सीट बंटवारे को लेकर एनडीए के अंदर बिहार और दिल्ली में मंथन अभी भी जारी है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चुनाव को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के साथ उनके निवास पर बैठक की. उधर, अकेले चुनाव लड़ने या एनडीए में बने रहने को लेकर लोजपा संसदीय बोर्ड की आज अहम बैठक होगी.
लोजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा में 143 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है और भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ वह अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी. हाल ही में चिराग पासवान ने भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी बात की, क्योंकि भाजपा नेतृत्व गठबंधन को बनाए रखना चाहता है. सूत्रों ने बताया कि लोजपा सीटों के बंटवारे की व्यवस्था में उसे पेशकश की गई सीटों को लेकर भी नाखुश है और वह जद(यू) की चुनावी संभावनाओं को नुकसान पहुंचाने की उम्मीद कर रही है.
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उधर, बिहार चुनाव के लिए विपक्षी महागठबंधन में शनिवार को सीटों के बंटवारे की घोषणा की दी गई और सभी घटक दलों ने तेजस्वी यादव गठबंधन के चेहरे के रूप में समर्थन दिया. पटना में महागठबंधन के घटक दलों की साझा प्रेस वार्ता में तेजस्वी यादव ने सीटों के बंटवारे की घोषणा की. इसके तहत 243 सदस्यीय विधानसभा के लिये चुनाव में राजद 144 सीटों पर लड़ेगी. राजद के इसी कोटे से वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) और झारखंड मुक्ति मोर्चा को सीटें दी जाएंगी. कांग्रेस को 70 सीटें दी गई हैं, जो 2015 के विधानसभा चुनाव में उसे मिली सीटों से करीब दोगुना हैं.
साल 2015 में राजद, कांग्रेस और जदयू ने मिलकर चुनाव लड़ा था. सीटों के बंटवारे के फार्मूले के तहत कांग्रेस बाल्मीकिनगर लोकसभा सीट के लिये होने वाले उपचुनाव में उम्मीदवार खड़ा करेगी, जहां 7 नवंबर को चुनाव होना है. इसके तहत माकपा को छह, भाकपा को चार और भाकपा (माले) को 19 सीटें दी गई हैं. हालांकि, तेजस्वी यादव की घोषणा के कुछ ही देर बाद वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी ने अपनी पार्टी के लिये सीटों की घोषणा नहीं किये जाने को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए महागठबंधन से अलग होने की घोषणा कर दी.