बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राजद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राबड़ी देवी ने गुरुवार को राज्य में सत्तारूढ़ जदयू के तीन तलाक बिल का विरोध करने के बावजूद भाजपा के साथ सत्ता में बने रहने पर आड़े हाथों लिया. बिहार विधान परिषद परिसर में आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए राबड़ी ने राज्य में भाजपा के साथ सत्तारूढ़ जदयू के तीन तलाक बिल का विरोध करने पर कहा कि जदयू के बारे में बात मत करें.
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राबड़ी देवी ने कहा कि हम तीन तालक बिल के विरोधी हैं, और जदयू बिहार में भाजपा के साथ सत्ता में बनी हुई है और दिखावे के लिए इस बिल का विरोध कर रही है. वर्तमान लोकसभा में राजद का कोई सदस्य नहीं है और राज्यसभा में पांच सदस्य हैं, जिनमें राबड़ी देवी की सबसे बड़ी पुत्री मीसा भारती भी शामिल हैं.
राबड़ी ने गुरुवार को उपमुख्यमंत्री पर सृजन घोटाले में संलिप्त होने तथा इस घोटाले सहित नीतीश कुमार सरकार के कार्यकाल में 36 घोटाला होने का आरोप लगाया और उनका नार्को टेस्ट कराए जाने की मांग की. सुशील ने राबडी की मांग पर कहा कि वह नार्को टेस्ट के लिए तैयार हैं.
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वहीं, तीन तलाक बिल के विरोध में टीएमसी (TMC), जेडीयू (JDU) समेत कई विपक्षी दलों ने सदन से वॉकआउट किए. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राम और रहीम को अगर आप एक मानेंगे तो देश में कानून पारित करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. क्योंकि आज आपको बिल पारित कराने के लिए पैगम्बर साहब का नाम लेना पड़ रहा है. हालांकि, विरोध के बाद भी लोकसभा में तीन तलाक बिल पास हो गया है.