ये JDU नेता है असली 'पलटूराम', लालू परिवार को यूं डाला CBI के 'पिंजरे' में!

बेशक आज जेडीयू और आरजेडी एक साथ  हैं लेकिन आरजेडी चीफ लालू यादव व उनके परिवार को एक जेडीयू नेता ने बर्बाद करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी.

author-image
Shailendra Shukla
एडिट
New Update
Lalu faimily

फाइल फोटो( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

आज बिहार में महागठबंधन की सरकार है और आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है. बेशक आज जेडीयू और आरजेडी एक साथ  हैं लेकिन आरजेडी चीफ लालू यादव व उनके परिवार को एक जेडीयू नेता ने बर्बाद करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. ये भी कहना होगा कि चारा घोटाला से लेकर IRCTC स्कैम यानि लैंड फॉर जॉब मामले तक में अगर किसी ने लालू यादव और उनके परिवार को फंसाने में अहम भूमिका निभाई है तो वो हैं जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह. जी हां! ललन सिंह.

चारा घोटाला मामले में ललन सिंह ने निभाई अहम भूमिका

ललन सिंह ने 1996 में पहली बार लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ जब सीबीआई जांच शुरू हुई तो उसके सूत्रझार कोई और नहीं बल्कि ललन सिंह ही  थे. दरअसल, जब लालू यादव पर चारा घोटाले का आरोप लगा तब पटना हाईकोर्ट में सीबीआई जांच के लिए याचिका दायर करने वालों में ललन सिंह मुख्य रूप से शामिल थे. इतना ही नहीं कोर्ट के आदेश पर जब मामले की जांच सीबीआई ने शुरू की तो सीबीआई को ललन सिंह ने मामले से जुड़े सबूत भी सौंपे थे. चारा घोटाला मामले में लालू यादव को दोषी करार दिया गया और उन्हें संसद सदस्यता भी खोनी पड़ी और अब लालू यादव कभी भी चुनाव नहीं लड़ सकते. इतना ही नहीं चारा घोटाले के 5 मामलों में लालू पर डेढ़ करोड़ से ज्यादा का जुर्माना भी लगाया जा चुका है. फिलहाल लालू यादव जमानत पर हैं.

publive-image

ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेडीयू (File Photo)

ये भी पढ़ें-नागालैंड में JDU को बड़ा झटका, भंग करनी पड़ी राज्य इकाई, BJP ने कसा तंज

लैंड फॉर जॉब स्कैम में की थी सीबीआई जांच की मांग

लैंड फॉर जॉब मामले में सीबीआई जांच की मांग करने वाले कोई और नहीं बल्कि ललन सिंह ही थे. 2008 में ललन सिंह ने ही तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव पर जमीन लेकर नौकरी देने का आरोप लगाया था. इतना ही नहीं ललन सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर जमीन से जुड़े कागजात जारी किए थे, जो लालू के परिजनों के नाम रजिस्ट्री कराए गए थे. ललन सिंह द्वारा कागजातों को सीबीआई को भी सौंपा था. जब मामले की जांच के दौरान सीबीआई द्वारा आरोपों को गलत बताया था तो ललन सिंह ने सीबीआई पर 'मैनेज' करने तक का आरोप लगा दिया था. इस मामले में लालू यादव के अलावा मीसा भारती, राबड़ी देवी समेत 15 से ज्यादा आरोपी हैं.

अपने ही लगाए आरोपों से पलटे ललन सिंह

अब एक बार फिर से सीबीआई ने लैंड फॉर जॉब मामले की फाइल खोल दी है और बीते सोमावार को राबड़ी देवी से व मंगलवार को लालू यादव और उनकी बेटी मीसा भारती से पूछताछ की थी. कभी सीबीआई जांच की डिमांड करने वाले व सीबीआई पर ही मैनेज होने का आरोप लगाने वाले ललन सिंह आज सीबीआई को ही गलत बता रहे हैं. अब उनके सुर बदल गए हैं औऱ लालू यादव व उनके परिवार के प्रति नरम हो गए हैं और इसका कारण बिहार में महागठबंधन की सरकार है. अब ललन सिंह का कहना है, 'मैं समझता हूं कि इस मामले में लालू यादव और उनके परिवार के किसी सदस्य के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं है.

HIGHLIGHTS

  • लालू यादव पर ललन सिंह की रही है वक्र दृष्टि
  • चारा घोटाले से लेकर IRCTC स्कैम तक का किया था खुलासा
  • दोनों ही मामलों में सीबीआई को सौंपे थे सबूत

Source : News State Bihar Jharkhand

Lalu Yadav Bihar Hindi News cbi Bihar political news Lalan Singh
Advertisment
Advertisment
Advertisment