लोकसभा चुनाव को लेकर जहां सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हुई है. वहीं, भाजपा के विपरीत इंडिया गठबंधन में अभी तक सीट बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन पाई है. पिछले काफी समय से इसे लेकर बिहार में जदयू सीट बंटवारे को लेकर लगातार बोलती नजर आ रही है. जहां जदयू ने पहले ही यह क्लियर कर दिया है कि लोकसभा चुनाव में बिहार से उन्हें 17 सीटों पर चुनाव लड़ना है क्योंकि 2019 लोकसभा चुनाव में भी जदयू ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें 16 सीटों पर दर्ज हासिल की थी. वहीं, दूसरी तरफ अभी तक सीट बंटवारे की घोषणा नहीं की गई है. एक बार फिर बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने मीडिया से बात की और कहा कि सीट बंटवारे में देरी हो रही है. वहीं, सीट बंटवारा जल्द से जल्द हो जाए इसके लिए सभी को कोशिश करनी चाहिए.
सीट बंटवारे में देरी से हो सकती है मुश्किल
श्रवण कुमार ने यह भी कहा कि सीट बंटवारे में देरी से मुश्किल हो सकती है. इसका हल जल्द से जल्द निकालना चाहिए. बड़े नेताओं का शिड्यूल रहता है लेकिन सीट शेयरिंग के मसले को प्राथमिकता से लेते हुए इस पर काम करना चाहिए. जिसको जिस दल से बात करनी है बैठ कर करें. विलंब तो हो रहा है, लेकिन इसकी वजह क्या है, यह कहना मुश्किल है. इसके साथ ही श्रवण कुमार ने राम मंदिर को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि बीजेपी वाले राम को हाईजैक करने में लगे हुए हैं. वहीं, चुनाव खत्म होने के बाद कोई राम मंदिर नहीं जाएंगे.
'बिहार मॉडल पर देश चलता है'
आपको बता दें कि एमपी के सीएम मोहन यादव बिहार दौर पर आने वाले हैं. इस पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र है, कोई भी कहीं भी जा सकता है और प्रचार कर सकता है. वहीं, 22 जनवरी को यूपी में छुट्टी पर श्रवण कुमार ने कहा कि बिहार यूपी मॉडल को फॉलो नहीं करता. बिहार के मॉडल पर देश चलता है. आगे श्रवण कुमार ने कहा कि अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो 2 साल में 94 लाख लोगों को पक्का मकान नीतीश सरकार देगी.
HIGHLIGHTS
- सीट बंटवारे को लेकर जदयू नेता का बयान
- कहा- देरी से हो सकती है चुनाव में मुश्किलें
- 'बिहार मॉडल पर देश चलता है'
Source : News State Bihar Jharkhand