नीतीश सरकार ने अपने ही नेता पर बड़ी कार्रवाई की है. जेडीयू नेता पर सरकार की तरफ से गाज गिरी है और उन्हें पार्टी ने सभी पदों से बर्खास्त कर दिया है. यह कार्रवाई सीएम नीतीश के गृह जिले नालंदा के अस्थावां प्रखंड अध्यक्ष सीताराम प्रसाद पर की गई है. यहा कार्रवाई जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशावाह ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया.
जेडीयू नेता को पार्टी से किया गया बर्खास्त
उन्होंने कहा कि चाहे कोई किसी भी पार्टी का क्यों ना हो, अगर गलत काम करेगा तो प्रशासन कार्रवाई करेगा. बता दें कि नालंदा में जेडीयू अध्यक्ष सहित 14 लोगों को शराब पार्टी करते हुए गिरफ्तार किया गया था. इस कार्रवाई के बाद से इलाके में हड़कंप मच गया था. जिसके बाद जेडीयू नेता को गिरफ्तार किया गया था और अब जेडीयू ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है.
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शराब पार्टी करते हुए पकड़े गए
इस संबंध में पार्टी ने एक पत्र जारी किया है. जेडीयू नेता की शराब पार्टी की खबर सामने आते ही विपक्ष लगातार राज्य सरकार पर हमला करती नजर आ रही थी. वहीं, राज्य में राजनीतिक हलचलें तेज हो चुकी है. इस मामले पर बिहार सरकार में मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बयान देते हुए कहा था कि कोई भी कानून से बड़ा नहीं होता है. चाहे वह पार्टी का आदमी हो या फिर हमारे परिवार का हो, अगर कानून का पालन नहीं करेंगे तो उन पर कार्रवाई होगी. जिसके बाद पार्टी के जिलाध्यक्ष मोहम्मद अरशद ने प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर मामले में तुरंत कार्रवाई करने की मांग की थी.
पार्टी ने सीताराम प्रसाद पर की बड़ी कार्रवाई
पत्र में लिखा था कि 11 सितंबर को जेडीयू नेता को शराब पार्टी करते हुए पकड़ा गया है. जिसकी वजह से पार्टी की छवि खराब हुई है. इसलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जाता है. जब छापेमारी कर जेडीयू नेता समेत 14 लोगों को शराब पार्टी करते हुए पकड़ा गया, उस समय सभी शराब के सेवन के साथ ही जुआ भी खेल रहे थे. पुलिस ने मौके से 2.88 लाख नकद रुपये भी बरामद किए. आपको बता दें कि बिहार में 1 अप्रैल, 2016 से पूर्ण रूप से शराबबंदी कानून लागू किया गया है. बावजूद इसके प्रदेशभर से शराब पार्टी और शराब तस्करी की खबरें सामने आती रहती है.