बिहार में सत्ताधारी पार्टी जनता दल (युनाइटेड) ने घोषणा की है कि राज्य में अगले महीने होने वाले तीन सीटों पर उपचुनाव में अपने प्रत्याशियों को नहीं उतारेगी।
अगले महीने 11 मार्च को अररिया लोकसभा सीट और दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं।
जेडीयू के वरिष्ठ नेता ने कहा, 'राज्य पार्टी अध्यक्ष वशिष्ट नारायण सिंह ने घोषणा की है कि हम अररिया लोकसभा और जहानाबाद और भभुआ विधानसभा सीट पर हम उपचुनाव नहीं लड़ेंगे।'
हालांकि पार्टी ने उपचुनाव नहीं लड़ने के कारणों को अब तक स्पष्ट नहीं किया है।
अररिया लोकसभा सीट राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सांसद मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के निधन के कारण खाली हुई थी।
2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस सीट पर दूसरे स्थान पर रही थी, जिसे जेडीयू से करारी टक्कर मिली थी।
जहानाबाद विधानसभा सीट आरजेडी विधायक मुंद्रिका यादव के निधन के बाद खाली हुई थी। वहीं भभुआ विधानसभा सीट बीजेपी विधायक आनंद भूषण पांडेय के निधन के बाद खाली हो गई थी।
जेडीयू ने 2015 विधानसभा चुनाव आरजेडी और कांग्रेस के साथ गठबंधन में लड़ी थी, लेकिन बिहार में अभी बीजपी और जेडीयू की गठबंधन में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार है।
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इस बीच आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की पार्टी को एक सीट पर चुनाव लड़ने की औकात नहीं है।
उन्होंने कहा, 'नीतीश कुमार हुए बीजेपी के सामने नतमस्तक। जदयू को किसी भी सीट पर नहीं लड़ने दिया जाएगा चुनाव। बताइये, प्रदेश के मुख्यमंत्री की पार्टी की एक भी सीट पर लड़ने की औक़ात नहीं है। जदयू में होगी भारी भगदड़। थोड़े इंतज़ार का मज़ा लीजिए।'
वहीं शनिवार को जेडीयू के विधायक और पूर्व आरजेडी सांसद मो तस्लीमुद्दीन के बेटे सरफराज अहमद उपचुनाव से ठीक पहले पार्टी से इस्तीफा देकर आरजेडी में शामिल हो गए।
सरफराज के इस्तीफे के बाद माना जा रहा है कि वे अपने पिता की जगह अररिया से आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।
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HIGHLIGHTS
- 11 मार्च को अररिया लोकसभा सीट और दो विधानसभा सीटों पर है उपचुनाव
- अररिया लोकसभा सीट आरजेडी सांसद मो तस्लीमुद्दीन के निधन के कारण खाली हुई थी
Source : News Nation Bureau