बिहार के पूर्व सीएम सह HAM संस्थापक जीतन राम मांझी ने लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले राजनीति से सन्यास लेकर बिहार के सियासी गलियारों में गर्माहट ला दी है. उन्होंने कहा है कि उनकी उम्र 79 साल की हो गई है ऐसे में चुनाव लड़ना उनके सिद्धांतों के खिलाफ है. जीतन राम मांझी ने कहा कि 75 साल के बाद किसी भी शख्स को चुनावी राजनीति नहीं करनी चाहिए लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो चुनाव लड़ते हैं. मांझी ने कहा कि अब मैं किसी भी तरह का चुनाव नहीं लड़ूंगा.
बताते चलें कि जीतन राम मांझी ने हाल ही में दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. शाह से मुलाकात पर मांझी ने कहा कि थी कि वो सीटों के बंटवारें को लेकर मुलाकात करने नहीं गए थे. मांझी ने कहा कि एनडीए क्या द्वारा HAM को जो सीट चुनाव लड़ने के लिए दी जाएगी उस सीट पर हमारी कोशिश रहेगी की जीत हासिल की जाये. मांझी ने कहा कि हमारा उद्देश्य बिहार की सभी 40 सीटों पर एनडीए को जीत दिलाने में बीजेपी का सहयोग करना है.
कुल मिलाकर आज जीतन राम मांझी ने राजीनिति से सन्यास लेने और कभी भी किसी भी प्रकार का चुनाव ना लड़ने का ऐलान कर दिया है. लेकिन उन्होंने एक बार फिर से बिहार के सीएम नीतीश कुमार और लालू-तेजस्वी को लेकर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि लालू यादव और तेजस्वी यादव पहले ही सीएम नीतीश कुमार को पलटूराम बता चुके हैं. कोई पलटू चाचा तो कोई पलटू भाई उन्हें बोलता है. सीएम नीतीश कुमार जब डिजिग्नेशन ही पलटू राम है, तो किस समय पलटी मारेंगे इसके बारे में कोई कुछ नहीं कह सकता सकता. हालांकि, उन्होंने कहा अगर अमित शाह के द्वारा नीतीश कुमार को फिर से NDA में लाया जाता है या इस तरह का कोई प्रयास भी किया जाएगा तो HAM उसका विरोध करेगी.
मनोज झां के 'ठाकुर' वाली कविता का किया समर्थन
जीतन राम मांझी ने आरजेडी सांसज मनोज झां के उस कविता का भी समर्थन किया है जिसमें उन्होंने ठाकुरों पर कविता पढ़ी थी. मांझी ने मनोज झा का समर्थन करते हुए कहा था कि उन्होने कुछ गलत नहीं बोला, और न ही किसी जाति विशेष पर टिप्पणी की.
HIGHLIGHTS
- लोकसभा चुनाव से पहले जीतन राम मांझी का बड़ा फैसला
- राजनीति से सन्यास और भविष्य में किसी चुनाव को नहीं लड़ने का किया ऐलान
- जीतन राम मांझी ने अपनी उम्र का दिया हवाला
- आरजेडी सांसद मनोज झां के बयान का किया समर्थन
Source : News State Bihar Jharkhand