केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी पटना से दिल्ली के लिए निकले. पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने तेजस्वी यादव के द्वारा आरक्षण और जातीय जनगणना पर दिए धरना और तेजस्वी के आरोप जिसमें उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार 65 प्रतिशत आरक्षण को 9वीं अनुसूची में शामिल नहीं कर रही है. इस सवाल के जवाब में जीतन राम मांझी ने कहा कि हमारा प्रश्न यह है कि तेजस्वी के माता-पिता 15 साल बिहार के शासन में रहे. उस समय कहां भूल गए थे ये लोग. जब वह अपने डिप्टी सीएम रहे तो उस समय क्यों भूल गए थे और जब सत्ता से बाहर आए तो सब याद आ रही है .
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केसी त्यागी के इस्तीफा पर तेजस्वी के द्वारा उठाए सवाल पर जीतन राम मांझी ने कहा कि इसको लेकर मुझे पता नहीं है. सबका अपना मामला होता है. मुझे पता है केसी त्यागी अच्छे आदमी हैं. अगर उन्होंने ऐसा कुछ किया है तो वह अंदरूनी मामला है. अंदुरुनी मामला में मैं कुछ नहीं बोलूंगा .
चिराग पासवान के द्वारा आरक्षण में क्रीमी लेयर पर सवाल खड़े करने पर मांझी ने कहा कि चिराग पासवान अगर आरक्षण का विरोध कर रहे हैं तो वह गलत है. हम लोग आरक्षण के विरोधी नहीं है. हम लोग यह चाहते हैं कि जो तालाब के मछलियां और जो दूसरे मछलियों को खाकर मोटा हो जाती है और इससे कुछ मछलियां समाप्त हो जाती हैं. इसी तरह से 18 जाती बिहार में है. उसका कहीं भी अता-पता नहीं है. ना नौकरी में एमपी में न ही एमएलए में और आज जो हमारे समाज के लोग हैं. वही हड़प रखे हुए हैं . 76 साल में यही स्थिति आ गई है. यही न्याय हैं बड़ा भाई सब चीज खराब कर खा जाए और छोटा भाई को छोड़ दे. हम 18 भाई हैं. हम लोग बात बातचीत कर खाएंगे .