हम पार्टी के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अक्सर विवादित बयानों की वजह से चर्चा में बने रहते हैं. एक बार फिर जीतन राम ने ऐसी बात कह दी है जिससे बवाल मच चुका है. कभी ब्राह्मणों को लेकर विवादित बोल तो कभी राज्य सरकार पर ही सवाल खड़े कर मांझी विवादों में आ चुके हैं. एक बार फिर से शराब को लेकर मांझी ने ऐसी बात कह दी कि इस पर बवाल मच गया.
बता दें कि बिहार में शराब बंदी कानून 2016 से लागू की गई थी. इसमें संसोधन भी किए गए, लेकिन लगातार इस पर सवाल खड़े होते रहे हैं. वहीं एक बार फिर मांझी ने कहा कि थोड़ी मात्रा में शराब पीना गलत नहीं है, बल्कि यह दवा का काम करती है.
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कैमूर में एक कार्यकर्म के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि शराब को यदि व्यसन के रूप में लिया जाए तो वह खराब है, लेकिन यदि इसे दवा के रूप में लिया जाए तो वह मेडिसिन का काम करता है. उन्होंने यह भी कहा कि दो पैग शराब लेना स्वास्थ्य के लिए ठीक है, लेकिन ज्यादा लेना सही नहीं है. मेरा कहना है कि शराब को व्यसन के रूप में नहीं लेना चाहिए.
शराब को दवा के रूप में लेना चाहिए. रात में बड़े-बड़े लोग शराब पीते हैं. मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता. यह लोग रात में शराब पीकर सो जाते हैं तो वह प्रतिष्ठित कहे जाते हैं. हमारे यहां के लोगों को खाना मिलता नहीं है, शराब का एक पाऊच ले लेते हैं तो इधर-उधर गिरते चलते हैं तो लोग गलत बात करते हैं. हम समझाते हैं कि जैसे बड़े लोग रात को पी कर सो जाते हैं. वैसे ही तुम लोग भी करो फिर सुबह में तरोताजा होकर अपना काम करो.
मांझी ने कहा कि सरकार शराब पीने वाले को जेल भेज रही है जो अनर्थ है. हम इसका विरोध करते हैं. जो बड़े तस्कर हैं, जो लाखों लीटर शराब का व्यापार करते हैं. वह खुलेआम घूम रहा है और जो इनके शराब को पीते हैं, उसे जेल भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो पहुंच वाले लोग हैं, वे पैसे के बल पर बच जाते हैं, यह सही नहीं है. इस तरह से गरीबों को परेशान करना गलत है.
Source : News Nation Bureau