बेगूसराय पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है, जब पुलिस ने एक अपहृत युवक को सकुशल बरामद कर लिया है. इस कार्रवाई में पुलिस ने तीन अपहरणकर्ता समेत एक चार पहिया वाहन को जब्त किया है. घटना छौराही थाना क्षेत्र की है. बता दें कि छौराही थाना क्षेत्र के एकम्बा पंचायत अंतर्गत डीह गांव के वार्ड संख्या दो निवासी रामखेलावन यादव का 25 वर्षीय पुत्र अरविंद यादव को मोबाइल पर अपराधियों ने पिछले सोमवार को नौकरी देने का झांसा देकर पटना बुलाया था. पटना पहुंचने पर युवक द्वारा जब अपराधियों के मोबाइल फोन पर किया गया, तो अपराधी ने युवक को गया बुलाया.
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बिहार में अपराधियों का नौकरी गिरोह
युवक अरविंद यादव जब गया पहुंचा, तो अपराधी ने युवक को सुनसान बहियार में ले गया और उसकी बुरी तरह से पिटाई की है. फिर अपराधियों ने अपहृत युवक के पत्नी के मोबाइल फोन पर छह लाख नगद रुपये फिरौती की मांग की. यह खबर परिवार में पहुंचते ही खलबली मच गई और पंचायत के मुखिया समेत अन्य बुद्धिजीवी को इसकी सूचना दी गयी. परिवार और ग्रामीणों के द्वारा देर नहीं करते हुए इसकी सूचना छौराही पुलिस को दी. जिसके बाद अपराधी का मोबाइल नंबर मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मंझौल डीएसपी और जिला पुलिस कप्तान योगेंद्र प्रसाद के निर्देशानुसार अपहरित को बरामद करने मे सफलता पाई.
इंटरव्यू पर बुलाकर किया किडनैप
अपहृत युवक के अनुसार अपराधी हर चार घंटे पर अपना ठिकाना बदल लेते थे. बताया जाता है कि परिवार के लोगों ने 50 हजार नगद अपराधी के खाते में ट्रांसफर भी किया था, लेकिन अपराधी 6 लाख का डिमांड अंत तक करते रहा. जिसके बाद पुलिस ने सफेद रंग की टाटा इंडिगो कार बरामद किया है. इस मामले में बेगूसराय के एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि एक पेशेवर गिरोह की गिरफ्तारी हुई है, जो बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर इंटरव्यू के लिए अन्य जिले बुलाकर अपहरण का काम करता था. उन्होंने बताया कि जॉब इन बिहार नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप संचालित करता है, जिसमें गिरफ्तार तीनों अपराधी जुड़े हुए थे.
नौकरी के नाम पर पैसे की ठगी
यह लोग वहां से लड़कों का नंबर लेकर उसे नौकरी दिलाने के नाम पर झांसा देते थे और बाद में उनका अपहरण कर लिया करते थे. इस मामले मे तीन पेशेवर अपराधी को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है. एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि छौराही थाना क्षेत्र के रहने वाले एक युवक अरविंद कुमार यादव कि इन अपराधियों के द्वारा नौकरी देने के नाम पर पटना बुलाया गया, जिसके बाद उसे गया ले जाकर उसका अपहरण कर लिया और परिजनों से छह लाख रुपये की डिमांड करने लगे. जिसकी सूचना मिलते ही उनके द्वारा एक डीएसपी मंझौल के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया और जांच करते हुए पुलिस ने युवक को ढूंढ निकाला. एसपी ने बताया कि सबूत के तौर पर अपहरणकर्ताओं ने युवक का फुटेज भी परिवार के लोगों को भेजा था. जिसके बाद परिवार के लोगों ने एक व्यक्ति के खाते में 50 हजार रुपये भी ट्रांसफर कर दिए.
पुलिस ने तीन अपराधियों को किया गिरफ्तार
योगेंद्र कुमार ने बताया कि सूचना के तुरंत बाद पुलिस ने औरंगाबाद जिला के मदनपुर नमक युवक को बरामद कर लिया. इसके साथ ही पुलिस ने तीनों अपराधी को भी गिरफ्तार कर लिया है, जो मुख्य रूप से गया और औरंगाबाद के रहने वाले हैं. गिरफ्तार अपराधियों में मुख्य सरगना कैमूर के रहने वाले आदर्श कुमार हैं, जिसके दो सहयोगी सुजीत कुमार और अहसान अंसारी की गिरफ्तारी की गई है. बेगूसराय के एसपी ने बताया है कि टीम के द्वारा बेहतर काम करने के लिए उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा.
HIGHLIGHTS
- बिहार में अपराधियों का नौकरी गिरोह
- इंटरव्यू में बुला कर करता था किडनैप
- पुलिस ने तीन अपराधियों को किया गिरफ्तार
Source : News State Bihar Jharkhand