एक तरफ बिहार के डिप्टी सीएम सह-स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव 'मिशन 60' के तहत राज्य के सभी सदर अस्पतालों के हालात को सुधारने का दावा कर रहे हैं. तेजस्वी यादव आए दिन सोशल मीडिया पर 'मिशन 60' के तहत सदर अस्पतालों के हालात में सुधार होने का दावा करते हुए वीडियो और पोस्टर शेयर करते रहते हैं लेकिन उनके दावे फेल होते दिख रहे हैं. कभी सदर अस्पातालों में ठेले पर मरीज का इलाज किया जाता है, कभी मृतक रोगी के शव के लिए एंबुलेंस नहीं मिल पाता लेकिन पूर्णिया में हद ही हो गई है. पूर्णिया सदर अस्पताल पर अब आवारा कुत्तों का 'कब्जा' हो चुका है. यहां आपको आवारा कुत्ते मडराते हुए दिख जाएंगे, जो इलाज कराने आनेवाले मरीजों को काट सकते हैं लेकिन अस्पताल प्रशासन आवारा कुत्तों को लेकर बेखबर बना हुआ है.
अगर आप पूर्णिया का सदर अस्पताल में इलाज कराने जा रहे हैं तो सतर्क होकर जाएं. कहीं ऐसा ना हो कि आप इलाज किसी और रोग का कराने गए हों और आपको रैबिज का इंजेक्शन लगाना पड़ जाए. दरअसल, सदर अस्पताल पूर्णिया में आवारा कुत्ते घूमते रहते हैं. कुत्तों के बड़े-बड़े झुंड अस्पताल में घूमते रहते हैं लेकिन अस्पताल प्रबंधन इस पर ध्यान नहीं देता.
सदर अस्पताल में रोगियों को इलाज के लिए लेकर आए परिजनों का कहना है कि उन्हें इस बात का अक्सर डर लगा रहता है कि उन्हें कुत्ते काट ना लें. साथ ही परिजन चिकित्सकों द्वारा इलाज में लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाते रहते हैं. परिजनों का कहना है कि डॉक्टर इलाज करना तो दूर रोगियों और उनके परिजनों से ढंग से बात नहीं करते.
मरीज के परिजन बताते हैं कि महिला सर्जिकल वॉर्ड में भी आवारा कुत्तों का झुंड घूमता रहता है. लोगों में डर बना रहता है कि कुत्ते उन्हें काट ना ले लेकिन अस्पताल प्रबंधन इस बात पर ध्यान नहीं देता. ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि क्या यही है सूबे के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की 'मिशन 60' का असर? क्या ऐसे सुधरेंगे सदर अस्पतालों के हालात?
रिपोर्ट: प्रफुल्ल झा
HIGHLIGHTS
- पूर्णिया सदर अस्पताल का बुरा हाल
- अस्पताल के वार्डों में घूमते हैं आवारा कुत्ते
- अस्पताल प्रबंधन नहीं देता ध्यान
Source : News State Bihar Jharkhand