अपने विभिन्न मांगों के समर्थन में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इंटर्न छात्र ओपीडी सेवा को बाधित कर दिए हैं. वहीं जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन इंटर्नशिप के बैनर तले करीब 200 छात्रों को अपने सीनियर पीजी डॉक्टर का भी समर्थन मिला है. संगठन का दावा है कि पूरे सूबे के सभी अस्पताल में आंदोलन किया जा रहा है. उन लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द स्टाइपेंड बढ़ाया जाए तभी ओपीडी चालू होगा. वहीं ओपीडी बंद होने से दूर-दूर से आए मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि एंट्रेंस डॉक्टर की मांग है, उन्हें जो स्टाइपेंड 15000 रुपये मिल रहे हैं. उनको बढ़ाकर 35000 हजार करने की मांग करते दिख रहे हैं.
बता दें कि पूर्वी बिहार के सबसे बड़े अस्पताल जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ओपीडी को घण्टों बंद कर ओपीडी के सामने डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है. अस्पताल अधीक्षक के समझाने के बाद भी इंटर्न डॉक्टर मानने को तैयार नहीं हो रहे हैं. ऐसे में बाहर से आ रहे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इंटर्न डॉक्टर स्टाइपेंड नहीं बढ़ाने तक हड़ताल की बात कर रहे हैं.
वहीं दूरदराज से आए मरीज काफी हलकान व परेशान हैं. इसी मामले में जमुई से आई नीतू ने बताया कि उसके बच्चे को जमुई सदर अस्पताल से मायागंज अस्पताल रेफर किया गया था, लेकिन यहां डॉक्टर के हड़ताल के कारण इलाज नहीं हो पा रहा है. उसके बच्चे को खड़े होने और बैठने में परेशानी है. जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी और जब तक हमारा स्टाइपेंड 15,000 रुपए से बढ़ाकर 35000 रुपये नहीं कर दिया जाता है. तब तक ओपीडी बंद रहेगा, एक तरफ उन्होंने यह भी कहा कि हमलोग मरीजों की सेवा के लिए हैं. 12 घंटे सेवा करने के बावजूद हम लोगों को सही स्टाइपेंड नहीं मिल पाता है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
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