कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड के पवरा पहाड़ी पर स्थित मां मुंडेश्वरी धाम में रोपवे निर्माण का मंजूरी राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड के स्थाई समिति की बैठक में मिल गई है. जिसके बाद जिले वासियों में काफी खुशी है. मां मुंडेश्वरी धाम पवरा पहाड़ी पर स्थित है. यहां जाने के लिए 565 सीढीयों से होकर गुजरना पड़ता है. इसके अलावा वाहन जाने का भी सिंगल रास्ता है जहां नवरात्रि मैं काफी भीड़ रहता है. जिससे जाम में वाहन सिंगल लेन होने के कारण फस जाते हैं, जिससे खासा परेशानी होती थी.
रोपवे निर्माण की मंजूरी मिल जाने से वृद्ध असहाय लोगों को काफी सहूलियत होगी. मां मुंडेश्वरी धाम में अपनी मन्नत मांगने को लेकर लोग देश ही नहीं बल्कि विदेशों से आते हैं. सबसे ज्यादा भीड़ नवरात्रि के महीनों में देखने को मिलता है. यहां बकरे का रक्त विहीन बली दिया जाता है जो विश्व में ऐसा बली कही नहीं होता. श्रद्धालु आकाश साहू बताते हैं मां मुंडेश्वरी का दर्शन करने के लिए हम लोग आते हैं. यहां आने के लिए सीढ़ी और सड़क मार्ग हैं. रोपवे निर्माण होने से दूर-दूर से लोग आएंगे.
जानकारी देते हुए मुंडेश्वरी धाम के पुजारी मुकेश उपाध्याय बताते हैं पवरा पहाड़ी पर स्थित मां मुंडेश्वरी का मंदिर है . सूचना मिला है कि रोपवे का निर्माण शुरू होगा. इसके बन जाने से आने जाने में सहूलियत होगी. धाम में आने के लिए 565 सीढीयों को चढ़ना पड़ता है. अगर सड़क मार्ग से आते हैं तो 65 सीढ़ीयों को चढ़ना पड़ेगा. कैमूर डीएफओ चंचल प्रकाशम बताते हैं मां मुंडेश्वरी धाम में रोपवे निर्माण पर्यटन विभाग के द्वारा कराया जा रहा है जिसको लेकर नेशनल वाइल्डलाइफ के पास प्रस्ताव गया था. जहां हाल में हुवे बैठक में उसे मंजूरी मिल गया है. अब फॉरेस्ट क्लीयरेंस के लिए एजेंसी अप्लाई करेगी यहां बहुत जल्द अनुमति मिल जाएगा, जिसके बाद रोपवे का निर्माण शुरू हो जाएगा. इसके शुरू हो जाने से गाड़ियों को ऊपर ले जाने का प्रेशर कम रहेगा. बूढ़े और असहाय लोगों को जाने में सहूलियत होगी.
HIGHLIGHTS
- मां मुंडेश्वरी धाम में बनेगा रोपवे
- जल्द शुरू होगा रोपवे बनाने का काम
- सीढ़ियों के साथ-साथ रोपवे भी होगा मां तक पहुंचने का विकल्प
- जिले के लोगों में रोपवे को लेकर है खुशी
Source : News State Bihar Jharkhand