लखीसराय से चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां एक कलयुगी बेटे ने ही अपने पिता की जान ले ली. बता दें कि तेतरहट थाना क्षेत्र के खैरी गांव में 27 दिसंबर, 2022 की रात अधेड़ उम्र के मकेश्वर यादव की हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन करते हुए मृतक के पुत्र अनिल यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. हत्याकांड के खुलासे के बाद गिरफ्तार अभियुक्त अनिल के साथ एसपी पंकज कुमार ने शुक्रवार को कार्यालय कक्ष में प्रेस वार्ता आयोजित कर घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. एसपी ने कहा कि मृतक मकेश्वर यादव की हत्या उसके बड़े पुत्र अनिल यादव ने की थी.
जायदाद के लिए बेटे ने ली पिता की जान
हत्या में प्रयुक्त दबिया (हंसिया) को भी पुलिस के द्वारा अभियुक्त के निशानदेही पर बरामद किया गया है. हत्याकांड को लेकर मृतक की पत्नी बच्ची देवी के द्वारा अज्ञात के विरुद्ध 29 दिसंबर, 2022 को केस दर्ज कराया गया था. कांड के अनुसंधान व पूछताछ के दौरान केस के वादिनी, अन्य परिजन व ग्रामीणों के द्वारा मृतक के बड़े पुत्र अनिल यादव पर हत्याकांड को अंजाम देने का शक जाहिर किया गया. अनिल को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, तो उसने 27 दिसंबर 2022 की रात्रि लगभग दो बजे सोए अवस्था में पिता के हत्या करने की घटना को अंजाम देने की बात को स्वीकार किया. उसने बताया कि हत्या करने के बाद उसने लाश को चौकी पर लेटाकर चादर से ढंक दिया, ताकि उस पर किसी को शक नहीं हो सके.
पुलिस को किया भटकाने का प्रयास
गिरफ्तार अभियुक्त ने कहा कि काफी दिनों से घरेलू बंटवारे को लेकर उसके पिता के साथ विवाद चल रहा थे, जिस रंजिश में हत्याकांड को अंजाम दिया गया. हत्या के बाद 28 दिसंबर, 2022 की सुबह अनिल ने अपने बयान से पुलिस को भटकाने का प्रयास किया था. उसने कहा था कि उसके बथान से थोड़ी दूर पर रहे एक मंदिर पर असामाजिक तत्वों का रात के अंधेरे में जमावड़ा लगता है और वहां शराब का दौर भी चलता है. हो सकता है कि मंदिर पर रहे अपराधियों के द्वारा उसके पिता की हत्या की गई होगी. पुलिसिया अनुसंधान व शुरू से शक के दायरे में रहा बड़ा बेटा अनिल ही अपने पिता का हत्यारा निकला.
HIGHLIGHTS
- जायदाद के लिए बेटे ने ली पिता की जान
- सोए हुए पिता की गला दबाकर की हत्या
- पुलिस को भटकाने के लिए दिया गलत बयान
- सामने आया कलयुगी बेटे का सच
Source : News State Bihar Jharkhand