बिहार (Bihar) की राजनीति अजब है. पिछले विधानसभा चुनाव के संपन्न होने के बाद से आए-दिन नित नए गठबंधन या मेल-मुलाकातें सियासी तापमान को बढ़ाने का काम कर रही है. कभी एआईएमआईएम के विजयी पांचों विधायक सत्तारूढ़ पार्टी जदयू के नेता और सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से मिलते हैं, तो कभी जदयू के कुछ नेता मुख्य विपक्षी दल राजद की चौखट पर नजर आते हैं. अब सीपीआई नेता कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) की बिहार सरकार के मंत्री और जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी से मुलाकात कुछ संकेत देती नजर आ रही है. बताया जा रहा है कि कन्हैया की मुलाकात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी हुई है.
अशोक चौधरी जदयू के पाले में कर चुके कई विधायक
इससे पहले बिहार के एकमात्र निर्दलीय विधायक सुमित सिंह और बसपा के एकमात्र विधायक जमा खान को जदयू से जोड़ने का काम अशोक चौधरी ने ही किया था और फिर दोनों मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री बन गए. ऐसे में बेगूसराय से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके कन्हैया कुमार भले ही चुनाव हार गए, लेकिन इस चुनावी लडाई में उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार रहे गिरिराज सिंह के पसीने छुड़ा दिए थे. उसके बाद से कन्हैया कुमार बिहार की राजनीति पर खासा ध्यान दे रहे हैं. कन्हैया बिहार में युवाओं के बीच उम्मीदों से भरा चमकता चहेता चेहरा हैं.
यह मुलाकात जेडीयू की कवायद हिस्सा
नीतीश कुमार के बाद अशोक चौधरी के साथ कन्हैया कुमार की हुई इस मुलाकात को इसलिए भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि बिहार में चुनाव जीतने के बाद भी जेडीयू कई दलों के नेताओं को अपने पाले में लेने की जुगाड़ में है. बिहार में इस बार वामदलों का प्रदर्शन अच्छा रहा है. ऐसे में वाम दल के ही स्टार चेहरे कन्हैया कुमार की नीतीश कुमार के मंत्री से हुई इस मुलाकात को बिहार की राजनीति के लिहाज से काफी अहम् माना जा रहा है.
एआईएमआईएम विधायक भी मिले थे नीतीश से
गौरतलब है कि नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल विस्तार से पहले असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के पांचों विधायक ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. इन पांचों विधायक के सीएम नीतीश से मिलने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि ये भी सभी विधायक जेडीयू में शामिल हो सकते हैं. हालांकि एआईएमआईएम के अध्यक्ष और अमौर के विधायक अख्तरुल इमान ने जेडीयू में शामिल होने की किसी भी संभावना से इनकार किया था. उन्होंने कहा कि फिलहाल नीतीश कुमार को समर्थन की जरूरत नहीं है. आगे कभी जरूरत पड़ती है तो सोचा जाएगा.
HIGHLIGHTS
- सीपीआई नेता कन्हैया कुमार की जदयू मंत्री से मुलाकात
- नीतीश कुमार से मिलने की खबरों से चढ़ा सियासी पारा
- एआईएमआईएम के पांच विधायक भी मिले थे नीतीश से