बिहार में सियासत जाति-धर्म के इर्दगिर्द घूमती है. लेकिन कभी-कभी मंच पर नेताओं का असली चेहरा भी सामने आ जाता है. वो नेता जो सर्वधर्म सम्प्रदाय की बात करते हैं उन्हें टोपी पहने से ऐतराज होता है. ऐसी ही एक तस्वीर सामने आई है कटिहार से जहां पर सियासी व तालीमी बेदारी कॉन्फ्रेंस हो रहा था.
इस कॉन्फ्रेंस में बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव पहुंचे. जब मंच पर उनका स्वागत किया जा रहा था तब टोपी पहनाने के लिए जैसे ही एक शख्स ने हाथ बढ़ाया. उन्होंने पहने से मना कर दिया.
कार्यक्रम में विधान परिषद के उसभापति हारून रशीद, एमएलसी खालिद अनवर समेत कई नेता मौजूद थे. यहां मंच पर स्वागत के दौरान सभी मुख्य अतिथियों को सम्मान स्वरूप टोपी पहनाई गई. हालांकि मंत्री बिजेंद्र यादव ने टोपी पहनने से इनकार कर दिया. देखें वीडियो-
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अब अगर जब टोपी पहने से सीएम नीतीश के मंत्री ने इंकार किया है तो राजनीति बयानबाजी तो होनी है. जनचेतना मंच के अध्यक्ष मोहम्मद सलाउद्दीन ने कहा कि जेडीयू भी अब बीजेपी के एजेंडे पर काम कर रही है. इसलिए पहले तो मंत्री जी ने मजार पर जाने से मना किया और फिर सार्वजनिक मंच पर अल्पसंख्यकों की आस्था से जुड़ी टोपी पहनने से इनकार कर दिया.
ऐसा नहीं है कि किसी नेता ने पहली बार टोपी पहनने से इंकार किया हो. इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने भी टोपी पहने से इंकार कर दिया था. बात साल 2011 की है जब वो गुजरात के मुख्यमंत्री थे. इस दौरान जब वो उपवास पर थे तब सैयद इमामशाही सैय्यद उनसे मंच पर मिलने पहुंचे और उन्हें मुस्लिम टोपी पहनानी चाही. लेकिन उस वक्त मोदी ने इसे इंकार कर दिया था.
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Source : News Nation Bureau