कटिहार जिले में शिक्षा विभाग की इसे अनदेखी कहे या फिर घोर लापरवाही लेकिन आज इनकी वजह से करीब साढ़े पांच सौ मासूम छात्रों की जान पर खतरा मंडरा रहा है. लेकिन शिक्षा विभाग खामोशी से तमाशा देख रहा है और शायद किसी बड़े अनहोनी का इंतजार में है. मनिहारी अनुमंडल स्थित गंगा नदी में तेजी से हो रहे कटाव के कारण अमदाबाद प्रखंड के झब्बू टोला गांव का उत्क्रमित मध्य विद्यालय कभी भी गंगा की कोख में समा सकता है. जिससे स्कूल में पढ़ रहे करीब 550 मासूम छात्रों का भविष्य और जीवन दोनों खतरे में है.
गंगा नदी और स्कूल के बीच में अब महज 5 मीटर का ही फासला रह गया है. नतीजतन, विद्यालय के शिक्षक और ग्रामीण अपने बच्चों को लेकर डरे और सहमे हुए हैं. स्थानीय लोगों की माने तो कई बार शिकायत के बावजूद भी प्रशासन की ओर से अब तक समुचित व्यवस्था नहीं की गई है.
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गंगा नदी के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण कटिहार जिले के मनिहारी अनुमंडल स्थित कई पंचायतों के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है. जिस वजह से निचले इलाकों के सैकड़ों एकड़ में बाढ़ का पानी फैल गया है. वहीं गंगा नदी में भी लगातार पानी बढ़ने के कारण नदियों में कटाव भी तेज हो गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पानी बढ़ने की रफ्तार इतनी ही तेज रही तो कुछ ही दिनों में यह विद्यालय भी गंगा में समाहित हो जाएगा.
विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक बताते हैं गंगा किनारे बसे इस झब्बू टोला उत्क्रमित मध्य विद्यालय में करीब साढ़े पांच सौ बच्चों का नामांकन है. लेकिन जिस तरह से गंगा नदी में कटाव हो रहा है, इससे यहां के छात्र, शिक्षक और ग्रामीण भी काफी भयभीत हैं कि कहीं यह विद्यालय गंगा के कोख में न समा जाए. क्योंकि बीते वर्षो में भी अमदाबाद प्रखंड के आधे दर्जन विद्यालय गंगा के गर्त में समा चुके हैं. लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से इसके लिए कोई भी समुचित व्यवस्था नहीं की गई है और ना ही कटाव को रोकने के लिए कोई समाधान निकाला जा रहा है.
Source : Vikash K Ojha