बिहार के कटिहार से खबर सामने आई है, जहां आरडीएस कॉलेज में जर्जर भवन में छात्र पढ़ने को मजबूर हैं. कॉलेज में ना तो शिक्षक हैं, ना कोई और सुविधा. यानी कुल मिलाकर यहां छात्रों की शिक्षा और उनकी सुरक्षा दोनों ही भगवान भरोसे है. हम कटिहार के आजमनगर प्रखंड क्षेत्र के आरडीएस कॉलेज की बात कर रहे हैं, जहां के हजारों छात्रों को व्यवस्था के नाम पर जर्जर भवन और बेहतर शिक्षा के नाम पर झूठा आश्वासन मिला है. 1963 में स्थापित इस कॉलेज में आस-पास के कई प्रखंडों से हजारों छात्र आते हैं. कहने को तो इस क्षेत्र के कई बड़े नेताओं ने भी अपनी उच्च शिक्षा इसी कॉलेज से पूरी की है, लेकिन आज ये कॉलेज अपनी ही बदहाली पर आंसू बहा रहा है.
भगवान भरोसे छात्रों की शिक्षा और सुरक्षा!
कॉलेज में ना तो भवन है और ना ही कोई और सुविधा. सालों से यहां के छात्र और कॉलेज प्रबंधन बुनियादी सुविधाओं के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. जर्जर कॉलेज भवन में आते ही छात्रों को हादसे का डर सताने लगता है. भवन की छतों से सीमेंट अब टूट-टूटकर गिरने लगा है. 5 हजार छात्रों वाला ये कॉलेज एक भवन के लिए तसर रहा है. जर्जर भवन के साथ ही यहां शिक्षकों की कमी भी है. जबकि कॉलेज के प्रिंसिपल ने कई बार समस्याओं की जानकारी विभाग को दी है. लेकिन आज तक इसपर सुनवाई नहीं हुई.
कॉलेज में कभी भी हो सकता है हादसा
एक तरफ बिहार सरकार बेहतर शिक्षा व्यवस्था के दावे करती है और दूसरी ओर स्कूलों और कॉलेजों की दुदर्शा सरकार के दावों के ठीक उलट है. शिक्षा विभाग को ना तो छात्रों की शिक्षा से कोई मतलब है और ना ही उनकी सुरक्षा से. छात्रों की सुरक्षा और उनकी शिक्षा दोनों ही भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है.
HIGHLIGHTS
- कॉलेज में कभी भी हो सकता है हादसा
- डर के साए में पढ़ रहे छात्र
- कॉलेज में शिक्षकों की भी है कमी
Source : News State Bihar Jharkhand