कटिहार के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने अपने बयान से पलटी मार ली है. दरअसल, पिछले दिनों बिजली विभाग के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान दो प्रदर्शनकारियों जिनके नाम खुर्शीद और सोनू है कि मौत हो गई थी. उस समय एसपी और डीएम दोनों के द्वारा ये बयान दिया गया था कि पुलिस ने आत्मरक्षा में गोलियां चलाई थी. अब पुलिस की थ्योरी बदल गई है और अब ऐसा लग रहा है कि मामले की न्यायिक जांच होना आवश्यक है. अगर न्यायिक जांच नहीं हुई तो निश्चित तौर पर सच सामने नहीं आ पाएगा. दरअसल, एसपी ने अपने तीन दिन पहले के बयान को बदलते हुए ये कहा है कि किसी भी प्रदर्शनकारी की मौत नहीं हुई है.
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एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा है कि प्रदर्शनकारी खुर्शीद और सोनू की मौत पुलिस की गोली लगने से नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर मौजूद सीसीटीवी से नए तथ्य सामने आए हैं. पुलिसवालों और मृतकों के बीच काफी दूरी थी. एसपी ने कहा है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी को चिन्हित किया जा चुका है. जिसने गोली चलाई है उसकी तस्वीर सीसीटीवी में कैद हो गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
डीएम और एसपी का घटना के दिन दिया गया बयान
क्या कहा था एसपी ने?
कटिहार के एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा कि हम सभी लोग घटनास्थल पर मौजूद हैं. आप देख सकते हैं कि यहां कोई भी ऐसी चीज नहीं है जिसे तोड़ा नहीं गया हो. ऐसा लग रहा है कि प्लानिंग के तहत इसके इंस्टीगेट किया गया है क्योंकि अचानक से यहां सब हुआ. प्रत्यक्षदर्शियों और सम्मानित लोगों के द्वारा बताया गया कि हम प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन अचानक उग्र प्रदर्शन होने लगा. उपद्रवियों द्वारा अधिकारियों को एक रूप में बंधक बनाया गया. बिजली कर्मी और पुलिकर्मियों को चोटें आई हैं. आत्मरक्षा में पुलिस द्वारा गोली चलाई गई है. पूरी घटना की हम जांच करेंगे. दोषी के खिलाफ हम सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे. लोग बहुत ही नॉर्मल तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन शांति तरीके से जो लोग प्रदर्शन कर रहे थे उन्हें भी ये नहीं समझ आया कि प्रदर्शन अचानक हिंसक हो गया.
डीएम-एसपी का पहले वाला बयान
क्या कहा था डीएम ने?
कटिहार के डीएम रवि प्रकाश ने न्यूज स्टेट बिहार झारखंड से खास बातचीत में कहा कि आज बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करने की अनुमति लोगों द्वारा ली गई थी और उसे जिला प्रशासन द्वारा अनुमति दी गई थी. लेकिन कुछ उपद्रवियों की वजह से प्रदर्शन हिंसक हो गया. प्रशासन द्वारा आत्मरक्षा में गोली चलाई गई. हम उपद्रवियों को चिन्हित करके कार्रवाई करेंगे. आज सिर्फ इतना होना था कि लोग शांति से प्रदर्शन करते और हमें ज्ञापन सौंपते. हम उसे बिजली विभाग को अग्रसरित करते लेकिन कुछ उपद्रवियों द्वारा प्रदर्शन को उग्र बना दिया गया. जिन्होंने प्रदर्शन को उग्र बनाया उनमें से हमने कुछ को चिन्हित कर लिया है और कुछ को चिन्हित करना है. किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा.
ग्राउंड जीरो की रिपोर्ट
क्या हुआ था कटिहार में?
बिहार के कटिहार जिले में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में पुलिस द्वारा की गई फायरिंग की चपेट में आने से 2 प्रदर्शनकारी की मौत हो गई है और 2 लोग घाय़ल हुए थे. दरअसल, बिजली आपूर्ति को लेकर लोगों को प्रदर्शन करने की अनुमति जिला प्रशासन द्वारा दी गई थी. जिला प्रशासन के मुताबिक, लोग शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करते और ज्ञापन सौंपते. ज्ञापन को जिला प्रशासन बिजली विभाग को अग्रसरित करता और लोगों की समस्या का निवारण करने का आदेश देता. आरोप है कि कुछ आसामाजिक तत्वों द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे प्रदर्शन को अचानक हिंसानात्मक बना दिया और शांति से चल रहा प्रदर्शन अचानक उग्र कैसे हो गया ये बात खुद शांति से प्रदर्शन कर रहे लोग भी नहीं समझ सके. वहीं, पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में एक शख्त की मौत के मामले को प्रशासन द्वारा आत्मरक्षा में गोली चलाया जाना बताया है.
HIGHLIGHTS
- एसपी ने अपने बयान से मारी पलटी
- पहले कहा था-आत्मरक्षा में पुलिस ने चलाई गोली
- अब बोले-पुलिस की गोली से नहीं हुई किसी की मौत
Source : News State Bihar Jharkhand