बिहार विधान सभा चुनाव में करीब है. चुनाव आयोग कभी भी तारीखों की घोषणा कर सकता है. जिसको लेकर सियासी पार्टियों ने तैयारी शुरू कर दी है. वहीं, कहिटार विधानसभा सीट बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है. इस सीट पर हर पार्टी अपने प्रत्याशी को जीत दर्ज करते देखना चाहती है. उसके लिए जाति समीकरण को हर पार्टी देखते हुए उम्मीद्वार का चयन करती है. कटिहार विधानसभा सीट पर 2015 में बीजेपी के तार किशोर प्रसाद ने जीत दर्ज कर विधायक बने और विधान सभा पहुंचे. उन्होंने जेडयू के विजय सिंह को हराया था. बता दें तब नीतीश कुमार और लालू प्रसाद एक साथ महागठबंधन बनाकर चुनाव लड़ा था.
यह भी पढ़ें : पूर्णिया सदर विधानसभा सीट सबसे हॉट, बीजेपी ने वाम दलों से छीन बनाई पैठ
वहीं, इस बार भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइडेट साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे है. इस गठबंधन की अगुवाई बीजेपी कर रही है. जिसका नाम एनडीए है. जिसमें बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी हाल ही में शामिल हुए है. जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा(HUM) पहले महागठबंधन का हिस्सा थी, लेकिन सीट बांटवारे में हो रही देरी को देखते हुए वह एनडीए में शामिल हो गए.
यह भी पढ़ें : क्राइम, करप्शन पर सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति : नीतीश कुमार
कटिहार विधानसभा क्षेत्र में पुरुष मतदाता 136921 मतदाता हैं, जबकि महिला मतदाता 122705 हैं. कुल मिलाकर इस विधानसभा क्षेत्र में टोटल 259640 मतदाता हैं. अनुसूचित जाति और जनजाति की संख्या ज्यादा है. उनके बाद मुसलमान वोटर्स हैं. कहिटार विधानसभा सीट पर सवर्ण मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं. यहां पर की सबसे बड़ी समस्या रोजगार है. स्थानीय लोग रोजगार को लेकर बाहर को राज्यों में काम करने जाते हैं.
Source : News Nation Bureau